दिल्ली-एनसीआर में मानसून की दस्तक: जानें मौसम का हाल और भविष्यवाणियाँ

दिल्ली-एनसीआर में मानसून का आगमन
दिल्ली-एनसीआर मौसम अपडेट: लंबे समय से प्रतीक्षित मानसून आखिरकार 29 जून को दिल्ली-एनसीआर में पहुंच गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसकी पुष्टि की है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इस दिन पूरे देश को कवर कर लिया है। यह सामान्य तिथि 8 जुलाई से नौ दिन पहले हुआ है, जिससे उत्तर भारत के निवासियों को गर्मी से राहत मिली है।
मानसून की स्थिति
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि 29 जून को दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे भारत में मानसून सक्रिय हो गया है। इस समय देश के अधिकांश हिस्से बादलों से ढके हुए हैं, विशेषकर उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में लो प्रेशर एरिया बनने के कारण मानसूनी हालात अनुकूल हो गए हैं। आने वाले दिनों में कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
भारी बारिश की चेतावनी
IMD ने बताया है कि उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अगले 7 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से झारखंड (29 और 30 जून) और ओडिशा (29 जून) में कुछ स्थानों पर 20 सेमी तक बारिश की चेतावनी दी गई है।
एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा, "हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में वर्षा गतिविधि अधिक है, इसलिए वहां रेड अलर्ट जारी किया गया है। झारखंड में भी भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट लागू किया गया है।"
दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के लिए 29 जून से अगले 2 से 3 दिनों तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, बिजली चमकने और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
अधिकतम तापमान 31°C से 34°C के बीच रहने की संभावना है, जो सामान्य से 4-6 डिग्री कम है। आसमान में बादल छाए रहेंगे और उमस में कमी आने की उम्मीद है।
मानसून ट्रफ की स्थिति
IMD के अनुसार, मानसून ट्रफ इस समय फिरोजपुर, सोनीपत, अयोध्या, गया, पुरुलिया होते हुए उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम हिस्से में बने लो प्रेशर एरिया के कारण बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि इस समय पूरे भारत में बादल गतिविधि बनी हुई है। विशेष रूप से नॉर्थवेस्ट क्षेत्र घने और भारी बादलों से ढका हुआ है। लो प्रेशर एरिया के कारण मानसून की स्थिति पूरे देश में सक्रिय हो गई है।