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दिल्ली की गर्मी से बेहाल: क्या है राहत की उम्मीद?

दिल्ली में इन दिनों अत्यधिक गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है, जहां तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक है। भारतीय मौसम विभाग ने हीटवेव के चलते रेड अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हालांकि, 13 जून से बारिश की संभावना है, जिससे राहत मिल सकती है। जानें इस गर्मी के प्रभाव और सावधानियों के बारे में।
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दिल्ली की गर्मी से बेहाल: क्या है राहत की उम्मीद?

दिल्ली में गर्मी का कहर

दिल्ली में इन दिनों अत्यधिक गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। राजधानी का तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक बना हुआ है। बुधवार को विभिन्न मौसम केंद्रों पर अधिकतम तापमान 40.9 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, कुछ स्थानों पर आद्रता के कारण तापमान का अनुभव 51.9 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि अत्यंत खतरनाक स्थिति है। इस वजह से लोग दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं.


रेड अलर्ट और सावधानियां

भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली में हीटवेव के चलते रेड अलर्ट जारी किया है। नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि तेज धूप और उमस के कारण लू का खतरा बना हुआ है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। लोग खुद को हाइड्रेट रखने के लिए नींबू पानी, लस्सी और सत्तू जैसे पेय पदार्थों का सेवन कर रहे हैं.


तापमान की स्थिति

बुधवार शाम तक दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान का स्तर चौंकाने वाला रहा। मयूर विहार में सबसे कम 40.9 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि लोधी रोड पर 43.4, पीतमपुरा में 43.5, रिज पर 43.6, पालम में 44.5 और आयानगर में सबसे अधिक 45 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। अनुमान है कि गुरुवार को भी अधिकतम तापमान 44 और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा.


बारिश की संभावना

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 13 जून से दिल्ली में राहत मिलने की संभावना है। इस दिन से लेकर 17 जून तक राजधानी में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है और यह 45 से घटकर 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसके बाद 18 और 19 जून को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है.


गर्मी का प्रभाव

गर्मी के कारण दिल्लीवासियों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई है। लोग गैर जरूरी कामों के लिए बाहर निकलने से बच रहे हैं। सरकारी और निजी संस्थानों में उपस्थिति में भी कमी देखने को मिल रही है.