दिल्ली के कालकाजी में झुग्गियों पर प्रशासनिक कार्रवाई शुरू

दिल्ली में बुलडोजर कार्रवाई का आगाज़
दिल्ली के कालकाजी में प्रशासनिक कार्रवाई: बुधवार की सुबह, दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में भूमिहीन कैंप में एक बड़ा प्रशासनिक अभियान शुरू हुआ। उच्च न्यायालय से मिली अनुमति के बाद, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की टीम ने 1200 झुग्गियों को हटाने की प्रक्रिया आरंभ की। जैसे ही सुबह 5 बजे बुलडोजर की आवाज़ गूंजने लगी, झुग्गी बस्ती में हड़कंप मच गया। कई लोग पहले से ही अपने सामान समेटने में जुटे थे, जबकि कुछ लोग मौके पर सामान निकालते हुए दिखाई दिए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया था। स्थानीय निवासियों के विरोध की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ और अन्य बलों की मौजूदगी में यह तोड़फोड़ की कार्रवाई शांति से संपन्न हुई।
डीडीए द्वारा नोटिस जारी
DDA ने झुग्गीवासियों को दी चेतावनी: डीडीए ने झुग्गीवासियों को 10 जून तक झुग्गियां खाली करने का नोटिस दिया था। नोटिस में स्पष्ट किया गया था कि यदि निर्धारित समय में झुग्गियां नहीं खाली की गईं, तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार, भूमिहीन कैंप की झुग्गियां डीडीए की भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई थीं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
आतिशी का ट्वीट:
सुबह सुबह 5 बजे से भूमिहीन कैम्प में भाजपा का बुलडोज़र चलना शुरू हो गया।
— Atishi (@AtishiAAP) June 11, 2025
.@gupta_rekha जी - आपने तो 3 दिन पहले कहा था कि एक भी झुग्गी को तोड़ा नहीं जाएगा। तो फिर भूमिहीन कैम्प पर बुलडोज़र क्यों चल रहा है? pic.twitter.com/EXFZHqlT39
आम आदमी पार्टी का विरोध प्रदर्शन
राजनीतिक हलचल: बुलडोजर कार्रवाई को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ भी तेज हो गई हैं। एक दिन पहले, आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री आतिशी मार्लेना को पुलिस ने हिरासत में भी लिया। कार्रवाई शुरू होते ही आतिशी ने भाजपा पर हमला करते हुए ट्वीट किया और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को याद दिलाया कि उन्होंने वादा किया था कि बिना पुनर्वास के एक भी झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी।