दिल्ली में कुट्टू का आटा खाने से 200 लोग बीमार, स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी

जहांगीरपुरी में स्वास्थ्य संकट
नई दिल्ली: देशभर में नवरात्रि के अवसर पर मां की पूजा की जा रही है। इसी दौरान, मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री से लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। मंगलवार सुबह, दिल्ली के जहांगीरपुरी क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने कुट्टू का आटा खाने के बाद उल्टी और बेचैनी की शिकायत की। इस सूचना के बाद, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गए।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मंगलवार सुबह जहांगीरपुरी और आस-पास के क्षेत्रों में लगभग 150 से 200 लोगों ने कुट्टू का आटा खाने के बाद उल्टी की शिकायत की। बीजेआरएम अस्पताल में सभी मरीजों की स्थिति स्थिर बताई गई है। पुलिस ने बताया कि स्थानीय दुकानदारों और निवासियों को सतर्क करने के लिए पब्लिक अनाउंसमेंट किया जा रहा है। खाद्य विभाग को आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।
बीजेआरएम अस्पताल के सीएमओ डॉ. विशेष यादव ने जानकारी दी कि लगभग 150 से 200 लोग जहांगीरपुरी, महेंद्र पार्क, समयपुर, भलस्वा डेयरी, लाल बाग और स्वरूप नगर से आपातकालीन वार्ड में पहुंचे थे। सभी की हालत स्थिर है और किसी को भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी। अभी तक कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया है।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थानीय दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों और आम लोगों को जागरूक करना शुरू किया। इसके साथ ही, मामले को खाद्य विभाग तक पहुंचाया गया है ताकि आटे की गुणवत्ता और सप्लाई की जांच की जा सके।
डॉ. मीरा पाठक ने बताया कि त्योहारों के दौरान मांग बढ़ने से आपूर्ति में कमी आती है, जिससे मिलावट और खराब उत्पादों की बिक्री की समस्या उत्पन्न होती है। मिलावट का अर्थ है कि यदि कुट्टू के आटे की उपलब्धता कम हो, तो उसमें अन्य आटे मिलाए जा सकते हैं। इसके अलावा, पुराने आटे को नए आटे के साथ मिलाकर ताजा पैकेजिंग में बेचा जाता है।
उन्होंने बताया कि कई बार गोदाम में नमी के कारण आटा खराब हो जाता है, जिससे उसमें फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एलर्जी भी एक कारण हो सकती है, जिससे उल्टी, बुखार, पेट दर्द और दस्त जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
डॉ. पाठक ने सलाह दी कि हमेशा सील पैक आटा खरीदें, खुला आटा न लें, ब्रांडेड आटा चुनें और उसकी एक्सपायरी डेट की जांच करें। साथ ही, कम मात्रा में आटा खरीदें और बड़े कंटेनर से बचें। इन सभी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।