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दिल्ली में झुग्गियों पर बुलडोजर कार्रवाई, स्थानीय लोगों में हड़कंप

दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में 1200 से अधिक झुग्गियों पर बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है, जो कि दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हुई है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उन्हें हटने का कोई मौका नहीं दिया गया। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने भाजपा पर इस कार्रवाई को लेकर हमला किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि अधिकारी अदालत के आदेशों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
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दिल्ली के कालकाजी में अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई

दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में भूमिहीन कैंप में आज सुबह से 1200 से अधिक झुग्गियों पर बुलडोजर कार्रवाई चल रही है। यह कार्रवाई दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ शुरू की गई है। सुबह लगभग साढ़े पांच बजे से भारी पुलिस बल और सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी में यह कार्रवाई जारी है। मौके पर पांच बुलडोजर लगातार झुग्गियों को गिरा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उन्हें हटने का कोई अवसर नहीं दिया गया और बिना चेतावनी के तोड़फोड़ शुरू कर दी गई।


DDA ने झुग्गियों में तीन दिन के भीतर स्थान खाली करने का नोटिस चिपकाया था। नोटिस में स्पष्ट चेतावनी दी गई थी कि यदि अतिक्रमणकारी स्वयं नहीं हटेंगे, तो प्रशासन बलपूर्वक कार्रवाई करेगा। हालांकि, झुग्गीवासियों का कहना है कि सुबह होते ही अचानक बुलडोजर पहुंचा और एक के बाद एक झुग्गियों को गिराना शुरू कर दिया।


आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने इस कार्रवाई को लेकर भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने भूमिहीन कैंप पर बुलडोजर चलाने के लिए हजारों पुलिसकर्मियों और सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया है। आतिशी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से सवाल किया कि जब आपने कहा था कि कोई झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी, तो फिर इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल क्यों मौजूद है?


मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मामले में कहा है कि अदालत के ध्वस्तीकरण आदेशों के खिलाफ अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। उन्होंने दावा किया कि विस्थापित झुग्गीवासियों को वैकल्पिक आवास प्रदान किया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले आम आदमी पार्टी ने दक्षिणी दिल्ली के मद्रासी कैंप और अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे ध्वस्तीकरण अभियानों का विरोध किया था।