दिल्ली में ट्रैफिक जाम का समाधान: 12 सड़कों पर होगा बड़ा बदलाव
दिल्ली ट्रैफिक जाम का समाधान
दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक सकारात्मक खबर आई है।
दिल्ली से हरियाणा और उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली 12 महत्वपूर्ण सड़कों पर ट्रैफिक जाम को समाप्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने एक नई योजना बनाई है। यह योजना न केवल दिल्लीवासियों के लिए, बल्कि पड़ोसी राज्यों के यात्रियों के लिए भी यात्रा को सुगम बनाएगी। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सड़कों का कायाकल्प
PWD ने दिल्ली की 12 प्रमुख सड़कों का चयन किया है, जिन्हें चौड़ा करने और आधुनिक बनाने की योजना बनाई गई है। इनमें रिंग रोड, जीटी रोड, और महरौली-गुरुग्राम सड़क जैसे व्यस्त मार्ग शामिल हैं। उदाहरण के लिए, उत्तरी दिल्ली में मजनू का टीला से हनुमान मंदिर तक रिंग रोड और आजादपुर मंडी के सामने जीटी रोड को चौड़ा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन से लाल किला होते हुए दिल्ली गेट तक का सड़क खंड भी इस योजना में शामिल है। इन सड़कों पर सुधार कार्य से न केवल ट्रैफिक जाम कम होगा, बल्कि सड़कें भी सुरक्षित और आकर्षक बनेंगी। PWD का लक्ष्य है कि मानसून के बाद इन सड़कों पर बड़े पैमाने पर कार्य प्रारंभ हो। हालांकि, कुछ छोटे कार्य जैसे बागवानी और सफाई मानसून के दौरान भी जारी रहेंगे।
शालीमार बाग से शुरुआत
इस योजना का पहला चरण शालीमार बाग से शुरू होगा, जो मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का विधानसभा क्षेत्र है। यहां सड़कों को चौड़ा करने के साथ-साथ प्रवेश बिंदुओं को साफ-सुथरा और आकर्षक बनाया जाएगा। बागवानी कार्यों से सड़कों का सौंदर्यीकरण भी होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
PWD के अधिकारियों का कहना है कि सड़क निर्माण से जुड़े बड़े कार्य मानसून के बाद शुरू होंगे, लेकिन छोटे सुधार कार्य अभी से चल रहे हैं। यह कदम दिल्ली के ट्रैफिक प्रबंधन को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
दिल्ली-NCR के लिए राहत
यह योजना दिल्ली-NCR के निवासियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगी। उदाहरण के लिए, दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर चौधरी चरण सिंह मार्ग और दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर महरौली-गुरुग्राम सड़क पर जाम की समस्या समाप्त होगी।
इसके अलावा, दक्षिण दिल्ली में IIT फ्लाईओवर से मोदी मिल फ्लाईओवर तक बाहरी रिंग रोड और सफदरजंग अस्पताल से धौला कुआं तक के रास्ते को भी सुधारा जाएगा। इन सड़कों पर सुधार से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण भी कम होगा। PWD की यह रणनीति दिल्ली को एक स्मार्ट और ट्रैफिक-मुक्त शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
