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दिल्ली में ठंड, कोहरा और प्रदूषण का तिहरा संकट

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र इस समय ठंड, घने कोहरे और बढ़ते वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, अक्षरधाम में AQI 409 तक पहुँच गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने भी चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावों के कारण बादल और हल्की बारिश की संभावना जताई है। जानें और क्या चल रहा है दिल्ली में।
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दिल्ली में ठंड, कोहरा और प्रदूषण का तिहरा संकट

दिल्ली और एनसीआर में मौसम की चुनौतियाँ


नई दिल्ली: वर्तमान में, नई दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र ठंड, घने कोहरे और बढ़ते वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, अक्षरधाम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 409 तक पहुँच गया है, जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में डालता है। इसके परिणामस्वरूप, नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई है। गुरुवार की सुबह, अन्य प्रमुख स्थानों पर भी चिंताजनक AQI स्तर देखे गए हैं।


दिल्ली के निवासियों ने आंखों और गले में जलन, सांस लेने में कठिनाई और दृश्यता में कमी की शिकायत की है। अधिकारियों ने धूल को नियंत्रित करने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी के छिड़काव के लिए ट्रकों का उपयोग शुरू कर दिया है।


AQI की चिंताजनक स्थिति

AQI चिंताजनक


वर्तमान में, प्रमुख क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता चिंताजनक है। अशोक विहार में AQI 385, आया नगर में 322, बवाना में 382, बुराड़ी क्रॉसिंग में 366, सीआरआरआई मथुरा रोड में 332, डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 350, डीटीयू में 259, द्वारका में 367, आईजीआई हवाई अड्डे पर 316, दिलशाद गार्डन में 363, आईटीओ में 365, जहांगीरपुरी में 385 और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 356 तक पहुँच गया है। लोधी रोड पर AQI 325 दर्ज किया गया है।




मौसम की स्थिति

मौसम ने बढ़ाई परेशानी 


भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि दिल्ली-एनसीआर में मौसम के कई प्रभाव देखे जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, चक्रवात 'मिचांग' (स्थानीय रूप से मोन्था) आंध्र प्रदेश में पहुँच चुका है, जबकि उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इन मौसमी प्रभावों के कारण आज दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे, धुंध बनी रहेगी और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है।


हवा की गति में कमी

हवा की गति में कमी


विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण में वृद्धि का मुख्य कारण हवा की गति में कमी है। पहले 14 किमी/घंटा की गति से चलने वाली हवाएँ अब लगभग 10 किमी/घंटा रह गई हैं, जिससे प्रदूषक फैल नहीं पा रहे हैं। हवा की धीमी गति के कारण धूल और धुएँ के कण जमीन के पास ही फंसे रहते हैं। हालाँकि, IMD ने कोहरे की कोई बड़ी चेतावनी जारी नहीं की है, लेकिन सुबह और दिन के समय घना कोहरा और धुंध छाए रहने की संभावना है।