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दिल्ली में दिवाली से पहले प्रदूषण की स्थिति गंभीर, एक्यूआई 367 तक पहुंचा

दिल्ली में दिवाली से पहले प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक हो गई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 367 तक पहुंच गया है। सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के पहले चरण की पाबंदियां लागू की हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। पर्यावरण मंत्री ने कृत्रिम बारिश की तैयारी की जानकारी दी है, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश की जाएगी। जानें इस मुद्दे पर और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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दिल्ली में दिवाली से पहले प्रदूषण की स्थिति गंभीर, एक्यूआई 367 तक पहुंचा

दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ती समस्या

नई दिल्ली। आमतौर पर दिवाली की रात से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, लेकिन इस बार तीन दिन पहले ही हवा की गुणवत्ता में गिरावट देखी गई है। शनिवार को राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 350 के पार चला गया। शुक्रवार को एक्यूआई 200 के ऊपर जाने के बाद सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के पहले चरण की पाबंदियां लागू की थीं, लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा और शनिवार को एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। हालांकि, इस दिन ग्रैप का दूसरा चरण लागू नहीं किया गया।


एक्यूआई के आंकड़े और ग्रैप का कार्यान्वयन

शनिवार को दिल्ली के कई स्थानों पर एक्यूआई 350 से अधिक दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह 8 बजे एक्यूआई 367 था। आनंद विहार में एक्यूआई 370, वजीरपुर में 328, जहांगीरपुरी में 324 और अक्षरधाम में 369 रहा। दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप के पहले चरण को लागू कर दिया है।


क्लाउड सीडिंग की तैयारी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि प्रदूषण की समस्या को देखते हुए कृत्रिम बारिश (क्लाउड सीडिंग) की तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि दिवाली के एक दिन बाद कुछ क्षेत्रों में कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है। मौसम विभाग अगले दो से तीन दिनों में हरी झंडी देगा। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाना है। इस समस्या को रोकने के लिए कानून बनाए गए हैं, लेकिन सुधार की स्थिति अभी भी संतोषजनक नहीं है।