दिल्ली में पहली बारिश ने खोली सरकार की पोल, जलभराव की समस्या फिर से उभरी

दिल्ली की सड़कों पर जलभराव की समस्या
दिल्ली में मानसून की शुरुआत से पहले ही जलभराव की समस्या ने फिर से सिर उठाया है।
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में जलभराव की समस्या एक पुरानी और गंभीर चुनौती बनी हुई है। हाल के विधानसभा चुनावों में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था। आम आदमी पार्टी ने इस समस्या को दूर करने में अपनी असफलता स्वीकार की, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने इसे हल करने का वादा किया था।
हाल ही में हुई बारिश ने भाजपा सरकार के वादों की वास्तविकता को उजागर कर दिया। दिल्ली की सड़कों पर फिर से जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय निकायों की टीमें मौके पर मौजूद थीं, लेकिन जलभराव के कारण राहत कार्यों में बाधा आई।
एन-एच 48 पर स्थिति सबसे खराब
नेशनल हाईवे-48 पर धौला कुआं से एयरपोर्ट और गुरुग्राम की ओर जाने वाले मार्ग पर सबसे अधिक जलभराव देखा गया। यहां वाहन घंटों तक रेंगते रहे। महिपालपुर, वसंत कुंज, धौला कुआं और आईजीआई एयरपोर्ट की ओर जाने वाले रास्तों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं।
पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी और बाहरी दिल्ली के कई क्षेत्रों में भी बारिश का असर पड़ा। उत्तम नगर, मुंडका, विकासपुरी, शालीमार बाग और धौली प्याऊ में जलभराव ने निवासियों को कठिनाइयों में डाल दिया। इंद्रलोक अंडरपास, नजफगढ़ रोड, रोहतक रोड और मोती बाग जैसे व्यस्त मार्गों पर पानी भरने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।