दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति: एक्यूआई में सुधार, फिर भी चिंताजनक हालात
दिल्ली में जहरीली हवा का संकट
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण ने एक बार फिर नागरिकों के लिए समस्याएँ खड़ी कर दी हैं। सुबह से आसमान में धुंध छाई हुई है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। हाल के दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर अत्यधिक चिंताजनक रहा है।
हालांकि, तेज धूप और हल्की हवाओं के कारण प्रदूषण में कुछ सुधार देखने को मिला है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि सामान्य स्थिति में लौटने में समय लगेगा।
एक्यूआई में वृद्धि और बिगड़ती स्थिति
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 334 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है। एक दिन पहले यह 354 था, जिससे 24 घंटे में लगभग 20 अंकों का सुधार हुआ है। फिर भी, हवा स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित नहीं मानी जा रही है। सुबह के समय धुंध के कारण दृश्यता में कमी आई।
विभिन्न क्षेत्रों में प्रदूषण के स्तर
सुबह सात बजे तक विवेक विहार और आनंद विहार में एक्यूआई क्रमशः 411 और 416 के साथ गंभीर श्रेणी में रहा। जहांगीरपुरी और वजीरपुर में भी स्थिति गंभीर बनी रही। मुंडका, रोहिणी, नरेला और पंजाबी बाग में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहा। एनसीआर के नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता खराब रही।
मानकों से कई गुना अधिक प्रदूषण
सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में पीएम 10 का औसत स्तर 253 और पीएम 2.5 का स्तर 151 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। निर्धारित मानकों के अनुसार, पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 का स्तर 60 से नीचे होना चाहिए। मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि हवा मानकों से ढाई गुना अधिक प्रदूषित है।
राहत की कोई उम्मीद नहीं
मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों तक प्रदूषण में खास राहत मिलने की संभावना नहीं है। कमजोर हवाएं और मौसम की स्थिरता प्रदूषकों को हवा में ही रोक रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों को सावधानी बरतने और गैर जरूरी बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
150 दिन खराब हवा का रिकॉर्ड
इस वर्ष दिल्ली में खराब हवा वाले दिनों की संख्या 150 तक पहुंच गई है, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक है। 2023 और 2024 में 16 दिसंबर तक ऐसे दिन 144 थे। इसका मतलब है कि इस बार लोगों को छह दिन अधिक प्रदूषित हवा में सांस लेनी पड़ी है। यह आंकड़ा राजधानी के लिए गंभीर चेतावनी माना जा रहा है।
