दिल्ली में प्रदूषण पर सियासी बहस: सेंटा क्लॉज की स्वास्थ्य पर असर
दिल्ली की जहरीली हवा का मुद्दा फिर से गरमाया
दिल्ली की प्रदूषण भरी हवा एक बार फिर राजनीतिक चर्चा का विषय बन गई है। क्रिसमस से पहले बच्चों में खुशियाँ बांटने आए सेंटा क्लॉज जब कनॉट प्लेस पहुंचे, तो प्रदूषण ने उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाला।
सेंटा क्लॉज का असहज अनुभव
इस घटना को आम आदमी पार्टी ने एक प्रतीकात्मक विरोध में बदल दिया। पार्टी के नेताओं ने इसे दिल्ली की खराब हवा का स्पष्ट उदाहरण बताते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया और प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया।
कनॉट प्लेस में उपस्थित लोग तब चौंक गए जब सेंटा क्लॉज बच्चों को टॉफी बांटते समय अचानक अस्वस्थ दिखने लगे। बताया गया कि जहरीली हवा के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई। थोड़ी देर आराम करने के बाद, वे इंडस्ट्रियल गैस मास्क पहनकर फिर से बाहर आए। इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेता भी उनके साथ थे और उन्होंने लोगों को चॉकलेट बांटी।
सेंटा का एयर क्वालिटी इंडेक्स पर रिएक्शन
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब सेंटा क्लॉज को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स दिखाया गया, तो वे बेहोश हो गए। इसके बाद उन्हें गैस मास्क पहनाना पड़ा। भारद्वाज ने कहा कि अगर सेंटा जैसी काल्पनिक शख्सियत भी दिल्ली की हवा नहीं सह पा रही, तो आम नागरिकों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
भाजपा सरकार पर सीधा आरोप
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि दिल्ली की हवा की स्थिति की तरह ही सरकार का प्रशासन भी 'वेरी पुअर' श्रेणी में है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों में हेरफेर कर प्रदूषण को कम नहीं दिखाया जा सकता। जनता ने भाजपा को एक मौका दिया था, लेकिन सरकार उस भरोसे पर खरी नहीं उतर पाई।
स्वास्थ्य चेतावनियाँ और सुप्रीम कोर्ट का संदर्भ
आप नेताओं ने कहा कि डॉक्टरों और अस्पतालों की चेतावनियाँ स्पष्ट हैं कि प्रदूषण से लोग बीमार पड़ रहे हैं। सौरभ भारद्वाज ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि अदालत ने भी सरकार को प्रदूषण पर ठोस कदम उठाने के लिए कहा है। इसके बावजूद जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है।
सेंटा का संदेश और इस्तीफे की मांग
प्रदर्शन में शामिल सेंटा क्लॉज ने कहा कि मास्क पहनने के बावजूद सांस लेना मुश्किल हो रहा है और बच्चे रोजाना 15 सिगरेट के बराबर धुआं अंदर ले रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा से माफी नहीं, बल्कि इस्तीफे की मांग की और कहा कि दिल्ली को प्रतीकों की नहीं, ठोस नीतियों की आवश्यकता है।
