दिल्ली में प्रदूषण में सुधार, GRAP-4 के प्रतिबंध हटाए गए
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में सुधार
नई दिल्ली: कई दिनों तक गंभीर प्रदूषण का सामना करने के बाद, दिल्ली को अब कुछ राहत मिली है। तेज हवाओं और अनुकूल मौसम के चलते राजधानी की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है.
CAQM द्वारा GRAP-4 के प्रतिबंधों का हटना
इस सुधार के चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP-4 के तहत लागू सख्त प्रतिबंधों को हटा दिया है। हालांकि, प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यह राहत अस्थायी हो सकती है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
हवा की गुणवत्ता में सुधार के संकेत
CAQM की ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) उप-समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली की हवा में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। बुधवार को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 271 दर्ज किया गया, जो 'पुअर' श्रेणी में आता है। इससे पहले AQI 450 के पार चला गया था, जिसे 'सीवियर' माना जाता है। अधिकारियों ने बताया कि तेज हवाओं ने प्रदूषक तत्वों को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
GRAP-4 के लागू होने का कारण
13 दिसंबर को जब दिल्ली में AQI 450 से ऊपर पहुंच गया, तब GRAP-4 लागू किया गया था। इसके तहत निर्माण गतिविधियों पर रोक, डीजल वाहनों पर सख्ती, पुराने वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध और कई अन्य कड़े कदम उठाए गए थे। इसका उद्देश्य हवा में खतरनाक कणों की मात्रा को कम करना और लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को रोकना था.
हटाए गए प्रतिबंध और जारी रहने वाले नियम
GRAP-4 हटने के बाद, पुराने वाहन जो अस्थायी रूप से सड़कों से हटाए गए थे, अब फिर से चल सकेंगे। हालांकि, GRAP-1 से GRAP-3 तक के सभी प्रतिबंध अभी भी लागू रहेंगे। इसका मतलब है कि धूल नियंत्रण, कूड़ा जलाने पर रोक और अन्य एहतियाती उपाय जारी रहेंगे, ताकि प्रदूषण फिर से खतरनाक स्तर तक न पहुंचे.
मौसम विभाग की चेतावनी
हालांकि राहत मिली है, मौसम विभाग और आईआईटीएम के पूर्वानुमान ने चिंता बढ़ाई है। रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ सकती है, जिससे AQI फिर से बढ़ने की संभावना है। CAQM ने स्पष्ट किया है कि हालात बिगड़ने पर कड़े कदम दोबारा लागू किए जा सकते हैं और सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
स्कूलों और जनजीवन पर प्रभाव
GRAP-4 के दौरान, दिल्ली सरकार ने कक्षा 11 तक के स्कूलों को हाइब्रिड मोड में चलाने के निर्देश दिए थे। अब प्रतिबंध हटने के बाद स्कूलों की स्थिति पर विचार किया जा रहा है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे निजी सावधानियां बरतें, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग दें, ताकि यह राहत लंबे समय तक बनी रह सके.
