दिल्ली में मुठभेड़ में ढेर हुआ इनामी अपराधी भीम जोरा

दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के ईस्ट ऑफ कैलाश क्षेत्र में सोमवार रात एक मुठभेड़ के दौरान इनामी अपराधी भीम महाबहादुर जोरा को मार गिराया गया। यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस के साउथ ईस्ट जिले की स्पेशल स्टाफ और गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार को उन्हें सूचना मिली कि लालपुर, कैलाली जिला (नेपाल) का निवासी भीम जोरा दिल्ली में मौजूद है। वह मई 2024 में जंगपुरा में डॉ. पॉल की हत्या का वांछित अपराधी है।
इस सूचना के आधार पर, इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह डागर के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ और इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा की अगुवाई में गुरुग्राम क्राइम ब्रांच ने एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। 6 अक्टूबर की रात लगभग 12:20 बजे, पुलिस ने कैलाश ईस्ट इलाके में भीम जोरा को घेर लिया। जब उसने खुद को घिरा हुआ पाया, तो उसने पुलिस पर 6 राउंड फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 5 राउंड फायर किए, जिसमें भीम जोरा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, भीम जोरा पर दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु और गुजरात में हत्या, डकैती और चोरी के 6 गंभीर मामले दर्ज हैं। मुठभेड़ के बाद, पुलिस ने घटनास्थल से एक आधुनिक स्वचालित पिस्टल, एक कारतूस, तीन खाली खोखे और एक बैग बरामद किया, जिसमें ताले-चोरी के औजार थे।
दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा ताकि आम नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें। पुलिस ने बताया कि जोरा, जो मूल रूप से नेपाल का निवासी था, एक अंतरराष्ट्रीय डकैती और चोरी के गिरोह का सरगना था। मई 2024 में, उसने अपने साथियों के साथ नई दिल्ली के जंगपुरा में डकैती के इरादे से प्रवेश किया था।
इस दौरान, उसने 63 वर्षीय डॉ. योगेश चंद्र पॉल की हत्या कर दी थी। वह पिछले 17 महीनों से फरार था। पुलिस ने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने में सफल रहा, लेकिन डॉक्टर की हत्या के मामले में चार सह-आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।