दिल्ली में यमुना का जलस्तर: राहत कार्य और स्थिति की निगरानी

नई दिल्ली में बाढ़ की स्थिति
नई दिल्ली : हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 4 सितंबर को लाखों क्यूसेक पानी दिल्ली की ओर छोड़ा गया था। अब पानी का डिस्चार्ज घटकर 58 हजार क्यूसेक रह गया है। शुक्रवार को शाम 4 बजे पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 207.18 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर और निकासी स्तर 206 मीटर है। केंद्रीय जल आयोग की 5 सितंबर की सुबह 7 बजे की एडवाइजरी के अनुसार, यमुना का जलस्तर 207.15 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। चूंकि हथिनी कुंड से पानी को दिल्ली तक पहुंचने में लगभग 36 घंटे लगते हैं, इसलिए सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 207.16 मीटर था। प्रभावित क्षेत्र में दिल्ली के छह जिले शामिल हैं: उत्तर, उत्तर-पूर्वी, शाहदरा, पूर्वी, केंद्रीय और दक्षिण-पूर्वी। यमुना का जलस्तर 206 मीटर पार करते ही निचले इलाकों में रहने वाले लगभग 15 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।
प्रभावित जिलों का विवरण
प्रभावित जिलों का विवरण इस प्रकार है:
• पूर्वी दिल्ली: 7,200 लोग प्रभावित, 7 राहत शिविर स्थापित। • उत्तर-पूर्वी दिल्ली: 5,200 लोग प्रभावित, 13 राहत शिविर। • दक्षिण-पूर्वी दिल्ली: 4,200 लोग प्रभावित, 8 राहत शिविर। • शाहदरा: 30 लोग प्रभावित, 1 राहत शिविर। • उत्तर दिल्ली: 1,350 लोग प्रभावित, 6 राहत शिविर।
सरकारी कदम और राहत व्यवस्था
• एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं और निचले इलाकों से लोगों की सुरक्षित निकासी की जा रही है। • सभी प्रभावित जिलों में टेंट और राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। दिल्ली जल बोर्ड, नगर निगम और डीयूएसआईबी के सहयोग से भोजन, स्वच्छ पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। • नागरिकों और उनके मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए विशेष दल तैनात हैं।
राहत शिविरों में उपलब्ध सुविधाएं
• 24 घंटे सिविल डिफेंस और 'आपदा मित्र' सेवाएं उपलब्ध। • चिकित्सा दल चौबीसों घंटे तैनात हैं। • प्रतिदिन 3 से 4 बार भोजन का वितरण। • शौचालय, स्वच्छ पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाएं शिविरों में उपलब्ध हैं। • एनजीओ और सामाजिक संगठनों का सहयोग। खाद्य सामग्री और चिकित्सा किट उपलब्ध कराई जा रही हैं। • सभी स्तरों पर जनप्रतिनिधि राहत शिविरों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
विशेष प्रयास और योगदान
विशेष प्रयास और योगदान
• पूर्वी दिल्ली में डीएम के नेतृत्व में बोट क्लब द्वारा 5,000 से अधिक लोगों को यमुना खादर क्षेत्र से सुरक्षित निकाला गया। गोताखोरों और नाविकों ने सैकड़ों मवेशियों, बकरियों, भैंसों, कुत्तों और अन्य जानवरों को भी बचाया। • पशुपालन विभाग बचाए गए पशुओं की चिकित्सा देखभाल कर रहा है। • दिल्ली नगर निगम राहत शिविरों में सफाई, फॉगिंग और शौचालयों की सफाई कर रहा है। • दिल्ली जल बोर्ड प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कर रहा है।
समन्वय और निगरानी
समन्वय और निगरानी
दिल्ली सरकार का सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के साथ संपर्क में है, ताकि ओखला बैराज से जल निकासी पर निगरानी रखी जा सके। हरियाणा के समीपवर्ती इलाकों में जलभराव की जानकारी मिली है। संबंधित अधिकारियों को स्थिति नियंत्रण में लाने के निर्देश दिए गए हैं। हरियाणा सरकार के विभागों से लगातार मंत्रणा चल रही है।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और धैर्य बनाए रखें। सरकार, प्रशासन, एनडीआरएफ, जनप्रतिनिधि, नागरिक संस्थाएं और सामाजिक संगठन मिलकर इस चुनौती का सामना कर रहे हैं।