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दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर विवाद: 999 AQI के दावे की सच्चाई

दिल्ली की वायु गुणवत्ता को लेकर हाल ही में 999 AQI के दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। हालांकि, सरकारी आंकड़े इन दावों का समर्थन नहीं करते। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 278 है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी, जिसमें आम आदमी पार्टी के नेताओं के आरोप और विशेषज्ञों की चेतावनियाँ शामिल हैं। क्या वाकई में प्रदूषण की स्थिति इतनी गंभीर है? पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
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दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर विवाद: 999 AQI के दावे की सच्चाई

दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर नई बहस


दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने स्क्रीनशॉट साझा किए हैं, जिनमें दिल्ली और एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 या उससे अधिक दर्शाया गया है। यह दावा किया जा रहा है कि दिवाली के बाद प्रदूषण ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, लेकिन सरकारी आंकड़े इन दावों का समर्थन नहीं करते। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण का स्तर "बेहद खराब" है, लेकिन 999 जैसी गंभीर स्थिति नहीं पाई गई।


'999 AQI' के वायरल दावे

सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने दिवाली की रात के वीडियो साझा किए हैं, जिनमें वायु प्रदूषण का आंकड़ा बताने वाले पोर्टेबल उपकरण 999 तक AQI दिखा रहे हैं। कुछ पोस्ट्स में यह आरोप लगाया गया है कि सरकार असली आंकड़े छिपा रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने भी ऐसे वीडियो साझा कर बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, इन दावों के समर्थन में कोई आधिकारिक डेटा उपलब्ध नहीं है।


आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो साझा किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, 'AQI 999 से भी अधिक है, सरकार AQI का डेटा छुपा रही है, लेकिन लोगों के अपने प्रदूषण मॉनिटरिंग उपकरण सच दिखा रहे हैं। किसी ने यह वीडियो भेजा है। सवाल है कि सरकार क्यों चाहती है कि लोग बीमार पड़ें?'


सरकारी आंकड़ों में क्या दिखा

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, गुरुवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 278 दर्ज किया गया। जहांगीरपुरी में 284, आईटीओ पर 295 और मुण्डका में 305 का स्तर रिकॉर्ड किया गया। इसका मतलब है कि हवा 'पुअर' से 'वेरी पुअर' श्रेणी में रही। एनसीआर में नोएडा सेक्टर-62 पर 215 और गाज़ियाबाद के संजय नगर में 265 AQI दर्ज किया गया।


पुराने स्क्रीनशॉट्स से फैला भ्रम

जांच में यह पाया गया कि वायरल स्क्रीनशॉट्स ज्यादातर पुराने हैं, जो दिवाली के दौरान या उसके बाद सोशल मीडिया पर फैलाए गए थे। वेबसाइट aqicn.org पर भी ऐसा कोई रियल-टाइम डेटा नहीं मिला जिसमें दिल्ली का AQI 999 तक पहुंचा हो। यहां तक कि सबसे प्रदूषित समय में भी स्तर 500 से नीचे ही रहा।


IQAir की रिपोर्ट क्या कहती है

एयर मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म IQAir के अनुसार, दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में पांचवें स्थान पर है। वर्तमान में दिल्ली का औसत AQI 166 है, जो 'अनहेल्दी' श्रेणी में आता है। हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में हवा की स्थिति और खराब हो सकती है।


आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, हवा की गति धीमी होने और तापमान गिरने से प्रदूषण के कण जमीन के पास जमा हो सकते हैं। इससे राजधानी की हवा और अधिक जहरीली हो सकती है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक वाहन प्रयोग से बचें और प्रदूषण कम करने में सहयोग करें।