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दिल्ली में स्वर्ण कलश चोरी: आरोपी गिरफ्तार, खुलासा जल्द

दिल्ली के लाल किला परिषद से डेढ़ करोड़ रुपये के दो स्वर्ण कलश चोरी करने वाले भूषण वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसके घर पर छापा मारकर उसे पकड़ा। भूषण पर पहले से कई मामले दर्ज हैं और उसने जैन समाज के धार्मिक समारोह में मुनि के भेष में घुसकर चोरी की थी। इस घटना ने जैन समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान की और मामले का जल्द खुलासा करने का आश्वासन दिया है।
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दिल्ली में स्वर्ण कलश चोरी: आरोपी गिरफ्तार, खुलासा जल्द

दिल्ली के लाल किला से चोरी का मामला

दिल्ली समाचार: हाल ही में दिल्ली के लाल किला परिषद से डेढ़ करोड़ रुपये के दो स्वर्ण कलश चुराने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। यह युवक उत्तर प्रदेश के हापुड़ का निवासी है। रविवार रात को दिल्ली पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा और उसे पकड़कर दिल्ली ले आई। आरोपी का नाम भूषण वर्मा है, जो असौडा गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, भूषण चुराने में माहिर है।


पुलिस की जांच और भूषण का इतिहास

पिछले एक साल में भूषण ने दिल्ली के लाल मंदिर और अशोक विहार के मंदिरों से भी कलश चुराए थे। उसके खिलाफ पहले से ही पांच मामले दर्ज हैं। भूषण सुनार जाति से है और गाड़ी चलाने का काम करता है। पुलिस ने उसके घर से एक कलश जैसी वस्तु भी बरामद की है। भूषण के परिवार में उसकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। पूछताछ में उसने कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं, जिससे मामले का जल्द खुलासा होने की संभावना है।


चोरी की घटना का विवरण

3 सितंबर को भूषण ने जैन समाज के धार्मिक समारोह में जैन मुनि के रूप में प्रवेश किया और बेशकीमती कलश चुराने में सफल रहा। सीसीटीवी फुटेज में उसे चोरी करते हुए देखा गया। उसने किचन में घुसकर एक बैग की तलाश की, लेकिन अंततः स्वर्ण कलश वाले बैग को लेकर भाग गया। इस कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।


चोरी के बाद की स्थिति

जब स्वर्ण कलश चोरी का पता चला, तो कार्यक्रम में हड़कंप मच गया। लाल किला पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पता चला कि ये कलश बिजनेसमैन सुधीर जैन के थे, जिनमें से एक पर 760 ग्राम सोना और दूसरे पर हीरे और माणिक जड़े हुए थे। जैन धर्म में इन कलशों को अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस घटना के बाद जैन समाज में गुस्सा फैल गया और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए।