दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव 2025: ABVP और NSUI के घोषणापत्रों की टक्कर

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव 2025
DUSU चुनाव 2025: दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में अब सभी छात्र संगठनों ने अपने वादों की झड़ी लगानी शुरू कर दी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने छात्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत घोषणापत्र प्रस्तुत किया है, जबकि राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने मोहब्बत और नफरत मुक्त कैंपस का नारा देकर राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है।
ABVP ने शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें 5000 से अधिक छात्रों से प्राप्त सुझावों को शामिल किया गया है। इस घोषणापत्र में छात्रों की सभी आवश्यकताओं को ध्यान में रखा गया है।
घोषणापत्र की प्रमुख बातें
- सभी कॉलेजों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का वादा।
- छात्रों को फ्री हाई-स्पीड Wi-Fi, साफ पानी और हर 100 मीटर पर वाटर कूलर उपलब्ध कराना।
- AI ट्रेनिंग, माइंडफुलनेस सेंटर, रिसर्च लैब और MOOC प्लेटफॉर्म की सुविधाएं।
- महिला छात्रावास और गर्ल्स कॉमन रूम की व्यवस्था सभी कॉलेजों में।
- खेल प्रेमी छात्रों के लिए स्पोर्ट्स किट और पौष्टिक आहार।
- दिव्यांग छात्रों के लिए रैं, स्पेशल टॉयलेट और AI ट्रेनिंग।
- महिला सुरक्षा के लिए पिंक बूथ, सेल्फ डिफेंस कैंप, PCR पेट्रोलिंग और ऐप लॉन्च।
- छात्राओं को हेल्थ कार्ड और मासिक धर्म के दौरान सुविधाएं।
- DU के 10000 छात्रों को इंटर्नशिप दिलाने का वादा।
ABVP के उम्मीदवार
- अध्यक्ष: आर्यन मान।
- उपाध्यक्ष: गोविंद तंवर, सचिव: कुणाल चौधरी।
- सह-सचिव: दीपिका झा।
NSUI का दृष्टिकोण
कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन NSUI ने ABVP को चुनौती देने के लिए इस बार दो घोषणापत्र जारी किए हैं, एक सामान्य और एक विशेष रूप से महिलाओं के लिए।
NSUI के वादे
- नफरत से मुक्त कैंपस बनाने का वादा।
- महिला छात्रों को 12 दिन की पीरियड लीव।
- 24x7 महिला सुरक्षा कंट्रोल रूम।
- फ्री मेट्रो पास और रियायती कैंटीन।
- आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति।
- हर कॉलेज में साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण।
NSUI के उम्मीदवार
- अध्यक्ष: जोश्लिन नंदिता चौधरी।
- उपाध्यक्ष: राहुल झांसला, सचिव: कबीर।
- सह-सचिव: लव कुश बधाना।
क्यों है मुकाबला खास?
पिछले वर्ष, NSUI ने 7 साल के लंबे इंतजार के बाद अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी, जबकि ABVP ने अन्य दो पदों पर कब्जा जमाया था। इस बार, दोनों संगठन चारों पदों पर जीत का दावा कर रहे हैं। NSUI का कहना है, 'इस बार चारों सीटें हमारी होंगी। हमने संतुलित और सक्षम पैनल उतारा है।'
अब वोटर्स की बारी
ABVP छात्रों को सुविधाओं और तकनीकी विकास का वादा कर रही है, जबकि NSUI कैंपस में सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है। अब देखना यह है कि छात्र किस संगठन पर भरोसा करते हैं।