दीपावली: भारत का सबसे प्रिय त्योहार

छोटी दीपावली पर निबंध
दीपावली पर निबंध: दीपावली, जिसे प्रकाश पर्व भी कहा जाता है, भारत का सबसे उज्ज्वल और आनंदमय त्योहार है। यह हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है, और इस वर्ष यह 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर 14 वर्षों का वनवास समाप्त किया और माता सीता तथा भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे। इस विशेष अवसर पर पूरे देश, विशेषकर अयोध्या, को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। आइए, इस पर्व के महत्व और बच्चों के लिए निबंध तथा 10 पंक्तियों के बारे में जानते हैं।
अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन
इस बार छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या में नौवां दीपोत्सव मनाया जाएगा। लगभग 29 लाख दीयों को जलाकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है। इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाइयों और उपहारों के साथ दीपावली की शुभकामनाएं देते हैं। स्कूलों में इस दिन के महत्व को समझाने के लिए निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। हम आपके लिए दीपावली पर 10 पंक्तियाँ और निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं, जो बच्चों को स्कूल में अच्छे अंक दिलाने में मदद कर सकते हैं।
दीपावली पर 10 पंक्तियाँ
दीपावली पर 10 पंक्तियाँ
- दीपावली भारत का सबसे प्रिय और पवित्र त्योहार है।
- यह अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।
- यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है।
- इस वर्ष दीपावली 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को मनाई जाएगी।
- इस दिन भगवान राम ने 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे।
- अयोध्या सहित पूरे देश में इस दिन विशेष उत्साह होता है।
- लोग गणेश जी और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
- नए कपड़े पहनकर लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ बांटते हैं।
- बच्चे पटाखों के साथ आनंदित होते हैं।
- यह त्योहार प्रेम, एकता और खुशियों का संदेश फैलाता है।
दीपावली पर निबंध
दीपावली का त्योहार पूरे भारत में उत्साह, प्रेम और भाईचारे के साथ मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध कर 14 वर्षों का वनवास समाप्त करने के बाद इस दिन अयोध्या लौटे थे। उनकी वापसी के स्वागत में अयोध्या को दीयों से सजाया गया था।
तब से हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है। इस वर्ष यह पर्व 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। लोग इस दिन अपने घरों को सजाते हैं, दीये जलाते हैं और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं।