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दुनिया में मुस्लिम आबादी की तेज़ वृद्धि: प्यू रिसर्च रिपोर्ट

प्यू रिसर्च सेंटर की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले एक दशक में मुस्लिम जनसंख्या में 34.7 करोड़ का इजाफा हुआ है, जिससे यह अब दुनिया की कुल जनसंख्या का 25.6 प्रतिशत बन गई है। ईसाई समुदाय की जनसंख्या में गिरावट आई है, जबकि हिंदू जनसंख्या की वृद्धि धीमी रही है। रिपोर्ट में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि के कारणों और अन्य धार्मिक समुदायों की स्थिति का विश्लेषण किया गया है।
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दुनिया में मुस्लिम आबादी की तेज़ वृद्धि: प्यू रिसर्च रिपोर्ट

दुनिया में मुस्लिमों की संख्या में वृद्धि

दुनिया में मुस्लिम आबादी की वृद्धि: हाल ही में प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक (2010 से 2020) में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या में 34.7 करोड़ का इजाफा हुआ है। इस वृद्धि के साथ, वैश्विक मुस्लिम जनसंख्या अब दो अरब से अधिक हो गई है, जो दुनिया की कुल जनसंख्या का 25.6 प्रतिशत है, जबकि पहले यह 23.8% थी।


मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि के कारण

दुनियाभर में मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि

रिपोर्ट में बताया गया है कि मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि दर अन्य प्रमुख धार्मिक समुदायों की तुलना में सबसे अधिक है। ईसाई समुदाय अभी भी सबसे बड़ा धार्मिक समूह बना हुआ है, लेकिन उनके अनुपात में कमी आई है। 2010 में ईसाई 30.6% जनसंख्या का हिस्सा थे, जो 2020 में घटकर 28.8% रह गया। हालांकि, उनकी कुल संख्या 2.18 अरब से बढ़कर 2.30 अरब हो गई है।


मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि के कारण

क्यों बढ़ रही मुस्लिम जनसंख्या?

रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम समुदाय में कम उम्र में विवाह और उच्च जन्म दर उनके जनसंख्या वृद्धि के मुख्य कारण हैं। इसके विपरीत, यहूदी समुदाय में देर से विवाह के कारण उनकी जनसंख्या में वृद्धि धीमी रही है। बौद्ध समुदाय के लिए यह दशक नुकसानदायक रहा, उनकी जनसंख्या 1.9 करोड़ घटकर 32.4 करोड़ रह गई। यह एकमात्र धार्मिक समूह है जिसमें गिरावट देखी गई है। यूरोप में ईसाई जनसंख्या में कमी आई है, जबकि अफ्रीका में यह 31% तक बढ़ गई है, जो 2010 में 24.8% थी।


हिंदू जनसंख्या की स्थिति

हिंदुओं की जनसंख्या कितनी है?

हिंदू समुदाय की वैश्विक जनसंख्या में वृद्धि की गति बहुत धीमी रही है। 2010 में हिंदू जनसंख्या 1.1 अरब थी, जो 2020 में 1.2 अरब तक पहुंची। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदू प्रजनन दर वैश्विक औसत के आसपास है। अनुमान है कि 2050 तक भारत की कुल जनसंख्या 166 करोड़ हो सकती है, जिसमें से 130 करोड़ हिंदू होंगे।