निक्की हेली की ट्रंप प्रशासन को चेतावनी: भारत के साथ संबंध सुधारने की आवश्यकता

ट्रंप प्रशासन को भारत के साथ संबंधों में सुधार की आवश्यकता
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली, जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को एक वृद्ध राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में वर्णित किया था, ने ट्रंप प्रशासन को एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी है। उन्होंने 20 अगस्त को एक अमेरिकी पत्रिका में प्रकाशित लेख में कहा कि अमेरिका को रूसी तेल और टैरिफ के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच दरार नहीं आने देनी चाहिए। आपको याद होगा कि 30 जुलाई को ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद, 6 अगस्त को ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का निर्णय लिया, जिससे कुल मिलाकर भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू हुआ।
भारत ने ट्रंप के इस कदम को अनुचित करार दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस बीच, हेली ने लिखा कि अमेरिका को भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को एक महत्वपूर्ण तथ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और वह यह है कि चीन का सामना करने के लिए अमेरिका को भारत जैसे मित्र की आवश्यकता है। हालांकि, हेली ने ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ के फैसले का विरोध नहीं किया। 5 अगस्त को उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि भारत को रूस से तेल नहीं खरीदना चाहिए, जबकि चीन, जो अमेरिका का प्रतिकूल है, रूस और ईरान से सबसे अधिक तेल खरीदता है।
हेली ने यह भी कहा कि चीन को रियायत देना और भारत जैसे मजबूत साझेदार के साथ संबंध खराब करना उचित नहीं है। उन्होंने यह बात दोहराते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन का भारत के प्रति दुश्मन जैसा व्यवहार करना गलत है। एशिया में चीनी प्रभुत्व के खिलाफ एकमात्र देश के साथ 25 वर्षों के संबंधों को खराब करना एक रणनीतिक गलती होगी। हेली ने तर्क किया कि जब अमेरिका चीन से सप्लाई चेन को हटाना चाहता है, तो भारत ही एक ऐसा देश है जो चीन जैसी बड़ी मात्रा में उत्पादन कर सकता है।