Newzfatafatlogo

नोएडा में VIP मेहमानों के आगमन के लिए ट्रैफिक डायवर्जन की तैयारी

नोएडा में VIP मेहमानों की एंट्री के लिए ट्रैफिक डायवर्जन की योजना बनाई गई है। 23 और 24 जून को उप राष्ट्रपति और राज्यपाल के आगमन के चलते प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक में बदलाव होगा। जानें किन स्थानों पर डायवर्जन होगा और ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर के बारे में।
 | 
नोएडा में VIP मेहमानों के आगमन के लिए ट्रैफिक डायवर्जन की तैयारी

नोएडा में VIP मेहमानों की एंट्री

नोएडा समाचार: नोएडा में सोमवार से विशेष मेहमानों की एंट्री शुरू होने जा रही है। इस अवसर पर ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन की योजना बनाई है, जो सोमवार से लागू होगी। शहर में सोमवार और मंगलवार को ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।


23 और 24 जून को ट्रैफिक डायवर्जन

ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, 23 और 24 जून को कुछ समय के लिए प्रमुख स्थानों पर डायवर्जन किया जाएगा। यह VIP मूवमेंट के कारण होगा। जानकारी के अनुसार, सोमवार को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शहर में रहेंगी। दोनों एक निजी कार्यक्रम में भाग लेंगी, जो देर शाम तक चल सकता है।


डायवर्जन के स्थान

ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि 23-24 जून को सेक्टर-62, सेक्टर-60 अंडरपास चौक, एलिवेटिड रोड, सेक्टर-18, सेक्टर-37, सेक्टर-44 गोलचक्कर, चरखा गोलचक्कर, मयूर स्कूल गोलचक्कर, सेक्टर-126 और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर चिल्ला/डीएनडी, फिल्म सिटी, महामाया फ्लाईओवर, गलगोटिया कट एवं एक्सपोमार्ट गोलचक्कर, परीचौक, आईएफएस विला गोलचक्कर, शारदा गोलचक्कर आदि स्थानों पर वाहनों के आवागमन में बदलाव होगा।


हेल्पलाइन नंबर

डीसीपी ट्रैफिक ने कहा कि आपातकालीन वाहनों पर इस डायवर्जन का कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, किसी भी समस्या या जानकारी के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है। यातायात पुलिस ने यातायात संबंधी समस्याओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 9971009001 जारी किया है।


सम्मेलन में शामिल होने वाले

सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में 23 और 24 जून को अखिल भारतीय विश्वविद्यालय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम में देशभर के 300 से अधिक कुलपति, निदेशक और उच्च शिक्षा विशेषज्ञ भाग लेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य भारत की भूमिका को ध्यान में रखते हुए भविष्य की उच्च शिक्षा की रूपरेखा तैयार करना है। इसी कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल भी शामिल होंगी।