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पंजाब ने धान सीजन के लिए केंद्र से अतिरिक्त बिजली की मांग की

पंजाब के बिजली मंत्री ने धान रोपाई के सीजन के लिए केंद्र से 1000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य को केवल 275 मेगावाट बिजली मिल रही है, जो किसानों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। मंत्री ने बीबीएमबी जालंधर में ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने और आरडीएसएस योजना के तहत नए दरों पर प्रोजेक्ट की मंजूरी की भी मांग की। जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर और क्या कहा गया।
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पंजाब ने धान सीजन के लिए केंद्र से अतिरिक्त बिजली की मांग की

केंद्र से 1000 मेगावाट बिजली की तात्कालिक आवश्यकता


चंडीगढ़: पंजाब में धान रोपाई का सीजन तेजी से नजदीक आ रहा है, जिससे किसानों को अधिक पानी और बिजली की आवश्यकता होगी। इस संदर्भ में, पंजाब के बिजली मंत्री ने केंद्र सरकार से 1000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की मांग की है। हाल ही में चंडीगढ़ में केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ हुई बैठक में, उन्होंने इस मांग को मजबूती से उठाया।


पंजाब को वर्तमान में मिल रही बिजली

बिजली मंत्री ने बताया कि पंजाब को वर्तमान में केंद्रीय पूल से केवल 275 मेगावाट बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब हमेशा देश के अन्न भंडार को सुरक्षित करने में अग्रणी रहा है, इसलिए धान के सीजन के दौरान उनकी मांग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।


आवश्यक स्वीकृतियां प्राप्त

मंत्री ने यह भी बताया कि बीबीएमबी जालंधर में 100 एमवीए के दो ट्रांसफार्मरों की क्षमता को 160 एमवीए में बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक स्वीकृतियां प्राप्त कर ली गई हैं। हालांकि, इस कार्य में देरी हो रही है, जिससे किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


नए दरों पर प्रोजेक्ट की मंजूरी की आवश्यकता

उन्होंने केंद्र सरकार से आरडीएसएस योजना के तहत पंजाब के बिजली आपूर्ति ढांचे को मजबूत करने के लिए 3600 करोड़ के प्रोजेक्ट की नई दरों पर मंजूरी देने की मांग की। पहले इस प्रोजेक्ट के लिए 60 प्रतिशत केंद्रीय अनुदान निर्धारित था, लेकिन अब यह घटकर 40 प्रतिशत रह गया है, जिससे पंजाब को लगभग 300 करोड़ का घाटा होगा।


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