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पंजाब नेशनल बैंक में 183 करोड़ का फेक गारंटी घोटाला, सीबीआई ने की कार्रवाई

पंजाब नेशनल बैंक में 183 करोड़ रुपये का फर्जी गारंटी घोटाला सामने आया है, जिसमें सीबीआई ने दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इंदौर की कंपनी ने मध्य प्रदेश जल निगम से सिंचाई प्रोजेक्ट के लिए फर्जी गारंटी ली थी। सीबीआई ने इस मामले में कई राज्यों में छापे मारे हैं और अन्य कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। जानें इस घोटाले की पूरी कहानी और इसके पीछे की साजिश।
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पंजाब नेशनल बैंक में 183 करोड़ का फेक गारंटी घोटाला, सीबीआई ने की कार्रवाई

पंजाब नेशनल बैंक में बड़ा घोटाला

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 183 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी के मामले में बैंक के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इंदौर स्थित तीर्थ काॅपिकन लिमिटेड को मध्य प्रदेश जल निगम से 2023 में सिंचाई के तीन प्रोजेक्ट के लिए 974 करोड़ रुपये का अनुबंध मिला था।


फर्जी गारंटी का खुलासा

इस अनुबंध के बदले में कंपनी ने पंजाब नेशनल बैंक से 183 करोड़ रुपये की फर्जी गारंटी प्राप्त की। सीबीआई की जांच में यह बात सामने आई कि यह गारंटी असली नहीं थी। जांच एजेंसी ने इंदौर की कंपनी के विभिन्न ठिकानों पर कई राज्यों में छापे मारे हैं।


सीबीआई द्वारा मामला दर्ज

सीबीआई ने टाटा कंसल्टिंग इंजीनियरिंग, बोस्केलिस स्मिट इंडिया एलएलपी, जान डी नल ड्रेजिंग प्राइवेट लिमिटेड और जेएनपीटी मुंबई के पूर्व मुख्य प्रबंधक सहित अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और सार्वजनिक सेवक द्वारा आपराधिक आचरण के आरोप में मामला दर्ज किया है।


पिछले साल की जांच

2022 में, सीबीआई ने जेएनपीटी के पूर्व अधिकारियों के खिलाफ प्रारंभिक जांच PE दर्ज की थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने निजी कंपनियों के साथ मिलकर मूल्यांकन के अनुमानों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और प्रतिस्पर्धा को सीमित किया। इस मामले में जेएनपीटी को अवैध रूप से 365.90 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि कुल नुकसान लगभग 800 करोड़ रुपये का आंका गया है।