पंजाब में कबड्डी खिलाड़ी की हत्या से बढ़ी गैंग हिंसा की चिंता
लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की हत्या
लुधियाना: पंजाब के लुधियाना जिले के समराला ब्लॉक में एक कबड्डी खिलाड़ी, गुरविंदर सिंह, की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना हाल के दिनों में कबड्डी खिलाड़ियों के खिलाफ हुई दूसरी ऐसी वारदात है। इस हत्या ने राज्य में बढ़ती गैंग हिंसा को लेकर चिंता और भय पैदा कर दिया है। कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने सोशल मीडिया पर 'अनमोल बिश्नोई' नाम से एक पोस्ट साझा कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है।
पोस्ट में उन व्यक्तियों के नाम स्पष्ट रूप से दिए गए हैं जो इस अपराध में शामिल बताए गए हैं, जिसमें करण माधपुर और तेज चक का नाम शामिल है। गिरोह के सदस्यों हैरी बॉक्सर और आरज़ू बिश्नोई ने इस हत्या की जिम्मेदारी साझा की है।
पिछली हत्या की घटना
यह घटना एक अन्य कबड्डी खिलाड़ी पर हुए जानलेवा हमले के तुरंत बाद हुई है। 31 अक्टूबर, 2025 को लुधियाना में तेजपाल नामक खिलाड़ी की भी हत्या की गई थी, जो खेल जगत में लक्षित हिंसा के बढ़ते पैटर्न को दर्शाता है। स्थानीय पुलिस ने गोलीबारी की जांच शुरू कर दी है और सोशल मीडिया पोस्ट की सत्यता की पुष्टि करने के प्रयास में लगी हुई है।
समराला क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि हमलावरों का पता लगाया जा सके।
गुरविंदर सिंह की हत्या का विवरण
पुलिस के अनुसार, गुरविंदर सिंह, जो मानकी गांव का निवासी था, रात करीब 9 बजे अपने दोस्तों धर्मवीर सिंह और लवप्रीत सिंह के साथ एक दुकान के बाहर खड़ा था। तभी मोटरसाइकिल पर सवार नकाबपोश हमलावर आए और उन पर गोलियां चला दीं। इस हमले में गुरविंदर और धर्मवीर घायल हो गए, जबकि लवप्रीत बाल-बाल बच गया।
दोनों घायलों को समराला के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गया। चंडीगढ़ में इलाज के दौरान गुरविंदर की मृत्यु हो गई, जबकि धर्मवीर का इलाज जारी है।
परिवार की मांग
गुरविंदर के पिता, राजिंदर सिंह, ने कहा, 'गुरविंदर को पेट में गोली लगी और उसके दोस्त को पैर में। हम चाहते हैं कि दोषियों को तुरंत पकड़ा जाए। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।' ग्रामीणों ने भी मांग की है कि सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और परिवार को न्याय मिले।
घटना की सूचना मिलने पर समराला पुलिस थाने से एक टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई
खन्ना के एसपी (डिटेक्टिव) पवनजीत ने बताया कि तीन युवक गांव की पुलिया पर खड़े थे, तभी चार अज्ञात व्यक्ति मुंह ढके हुए आए और गोलियां चला दीं। दो युवकों को गोली लगी और एक बच गया। घायलों को पहले समराला अस्पताल और फिर पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया। हमलावरों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
