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पंजाब में बाढ़ के बाद बीमारियों का बढ़ता खतरा

पंजाब में बाढ़ के बाद जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं। जानें कैसे बाढ़ में मरे जानवरों के शवों से फैलने वाली बीमारियों का खतरा लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, जानें स्वाइन फ्लू के बारे में और बाढ़ से हुई मौतों की संख्या।
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पंजाब में बाढ़ के बाद बीमारियों का बढ़ता खतरा

बाढ़ के कारण स्वास्थ्य पर मंडरा रहा संकट


पंजाब में बाढ़ का संकट और स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं


पंजाब में पिछले 15 दिनों से बाढ़ का पानी फैला हुआ है। हालांकि, अब अधिकांश स्थानों से पानी कम हो रहा है और लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। इस स्थिति में, जहां एक ओर बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की चिंता है, वहीं जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। विशेष रूप से, बाढ़ में मरे जानवरों के शवों से होने वाली बीमारियों का खतरा अधिक है।


स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता

अमृतसर में रावी नदी में आई बाढ़ के बाद, पानी धीरे-धीरे निकल रहा है, लेकिन मरे हुए पशुओं की संख्या के कारण कई बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार लोगों की जांच कर रही हैं और हर क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, सुअरों में रिकन स्वाइन फीवर फैलने का खतरा भी बना हुआ है, जिसके चलते बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुअरों और उनके मांस की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।


स्वाइन फ्लू का खतरा

पशु चिकित्सक डॉ. रविंदर सिंह कंग ने बताया कि यह बीमारी केवल सुअरों को प्रभावित करती है और इसका मनुष्यों पर कोई खतरा नहीं है। वायरस अजनाला क्षेत्र के धारीवाल कलैर गांव में फैला है। डॉ. कंग ने बताया कि यह वायरस लाइलाज है और यदि एक बार फार्म में फैल जाए, तो यह तेजी से पूरे क्षेत्र में फैल सकता है। इसलिए प्रभावित सुअरों को मारकर दफनाना और फार्म को सेनीटाइज करना आवश्यक है।


बाढ़ से हुई मौतों की संख्या

बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 55 हो चुकी है। हाल ही में फाजिल्का और मानसा जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। पठानकोट में लापता लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चला है। आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने यह जानकारी दी। पानी भले ही उतरने लगा है, लेकिन बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या 2214 हो गई है और प्रभावित व्यक्तियों की संख्या 3,88,508 तक पहुंच गई है।