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पंजाब में बाढ़ राहत अभियान: सरकार की सक्रियता से बढ़ी उम्मीद

पंजाब में बाढ़ के बाद राहत अभियान ने लोगों में नई उम्मीद जगाई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से गांवों तक पहुंचाया है। 2303 गांवों में चल रहे इस अभियान में 51,612 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर जरूरतमंदों को दवाइयां और चिकित्सा किट प्रदान की हैं। यह अभियान केवल राहत नहीं, बल्कि सरकार के प्रति विश्वास का प्रतीक बन गया है। जानें इस अभियान की पूरी कहानी और कैसे सरकार ने लोगों के दिलों में जगह बनाई है।
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पंजाब में बाढ़ राहत अभियान: सरकार की सक्रियता से बढ़ी उम्मीद

पंजाब में बाढ़ राहत की पहल

पंजाब बाढ़ राहत अभियान: पंजाब में बाढ़ के बाद की स्थिति चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन सरकार ने त्वरित कार्रवाई की। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने यह सिद्ध किया है कि असली नेतृत्व वही है, जो संकट को जिम्मेदारी समझकर आगे बढ़ता है और पंजाब की हर गली, गांव और घर के साथ खड़ा होता है। 15 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट यह दर्शाती है कि मान सरकार केवल राहत नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक बन रही है।


2303 गांवों में आरंभ किए गए विशेष स्वास्थ्य अभियान ने पूरे राज्य में नई आशा का संचार किया है। अब तक 2016 गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जहां 51,612 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें तत्काल उपचार और दवाइयां प्रदान की गईं। ये वे लोग हैं जो बाढ़ के बाद असहाय थे, लेकिन अब राहत के साथ यह भी महसूस कर रहे हैं कि सरकार उनके साथ है।


 


इस अभियान की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकार स्वयं लोगों तक पहुंच रही है। 1,929 गांवों में आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर 1,32,322 परिवारों की स्वास्थ्य जांच की है और जरूरतमंदों को दवाइयां और चिकित्सा किट प्रदान की गई हैं। इनमें ORS, पैरासिटामोल, डेटॉल, बैंड-एड, क्रीम और अन्य आवश्यक दवाइयां शामिल हैं। लोग खुद कह रहे हैं कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि सरकार बिना बुलाए उनके दरवाजे पर दस्तक दे रही है।


स्वास्थ्य के साथ-साथ सफाई और बीमारी रोकने के लिए जो तेजी से कार्य हुआ है, वह पंजाब की प्रशासनिक कार्यशैली का नया चेहरा बन गया है। अब तक 1,861 गांवों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की जांच की गई है, जिसमें 1,08,770 घरों की स्क्रीनिंग की गई, और 2,163 घरों में लार्वा मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 23,630 घरों में लार्वीसाइड का छिड़काव किया गया। इसके अलावा 878 गांवों में फॉगिंग की गई, ताकि डेंगू और मलेरिया जैसे खतरों को समाप्त किया जा सके। फॉगिंग की गति इतनी तेज है कि एक ही दिन में कई गांवों को कवर किया जा रहा है। कोई भी कोना, गली या घर सरकार की नजर से नहीं छूट रहा है। यह सब केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि उस सोच का परिणाम हैं, जो जनता को अपने परिवार की तरह देखती है। जब सरकार का हर मंत्री, विधायक, अधिकारी और कर्मचारी मैदान में हो, और जब टीमों के पास आधुनिक संसाधन, चिकित्सा उपकरण और तकनीकी ताकत हो, तब बदलाव केवल एक सपना नहीं, बल्कि वास्तविकता बन जाता है।


आज पंजाब के गांवों में केवल दवाइयां नहीं पहुंच रही हैं, बल्कि एक संदेश भी पहुंच रहा है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटती, बल्कि आगे बढ़कर अपना कर्तव्य निभाती है। मान सरकार का यह स्वास्थ्य मिशन अब केवल सरकारी पहल नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का प्रतीक बन गया है। यही कारण है कि आज पंजाब की आवाज़ स्पष्ट सुनाई दे रही है, ए सरकार नहीं, साड़ी सेवा है… ते आम आदमी पार्टी दी सरकार तां सच्चे अर्थां विच साड़ी सरकार है!