पंजाब में मौसम परिवर्तन: आंधी और बारिश का अलर्ट

चंडीगढ़ मौसम अपडेट: 5 दिन का अलर्ट
चंडीगढ़ मौसम अपडेट 2025 के अनुसार, अगले पांच दिनों में पंजाब के कई क्षेत्रों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। भारतीय मौसम विभाग ने 20 जिलों में तेज हवाओं, गरज-चमक और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। बठिंडा में तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो राज्य में सबसे अधिक है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश और ठंडी हवाएं कुछ राहत प्रदान कर सकती हैं। यह लेख पंजाब के मौसम, तापमान और अलर्ट की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।
आंधी-बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने पंजाब के 20 जिलों के लिए 30 मई से 2 जून तक मौसम अलर्ट जारी किया है। 30 मई को गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर, मोहाली, नवांशहर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, बठिंडा और संगरूर में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। वहीं, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, मोगा, बरनाला, बठिंडा और मानसा में यलो अलर्ट लागू है। 31 मई से 2 जून तक हिमाचल से सटे जिलों में यलो अलर्ट जारी रहेगा। तेज हवाएं 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं।
तापमान में वृद्धि: बठिंडा सबसे गर्म
पंजाब में हाल के दिनों में बारिश की कमी के कारण तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों में औसत अधिकतम तापमान में 0.9 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। बठिंडा में तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सबसे अधिक है। अमृतसर और लुधियाना में 41.4 डिग्री, पटियाला में 42.2 डिग्री, और फरीदकोट में 42 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। दस जिलों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। गर्मी से राहत के लिए बारिश की उम्मीद है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
पंजाब में मौसम में बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। यह विक्षोभ तेज हवाओं, गरज-चमक और हल्की बारिश ला सकता है। 30 मई की रात को कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन व्यापक बारिश की संभावना 31 मई से है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले पांच दिनों में तापमान में कमी आ सकती है। तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा भी है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर खुले स्थानों पर।
सावधानियां और तैयारियां
मौसम के इस बदलाव के दौरान सावधानी बरतना आवश्यक है। तेज हवाओं और बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहें। पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें। किसानों को अपनी फसलों को सुरक्षित करने के लिए तैयार रहना चाहिए। मौसम अपडेट के लिए स्थानीय समाचार और मौसम विभाग की वेबसाइट पर नजर रखें। बारिश के दौरान घर में रहना सुरक्षित है। यह जानकारी आपको मौसम की चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी।