पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर गिरफ्तार
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
पकड़े गए आरोपियों ने किया पुलिस पर हमला, बरामद हुईं दो पिस्तौल
चंडीगढ़: एजीटीएफ पंजाब ने एसएएस नगर पुलिस के सहयोग से एक संयुक्त अभियान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई अंबाला-डेरा बस्सी हाईवे पर घग्गर पुल के पास हुई, जहां गोलीबारी के बाद इन आरोपियों को पकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मोहाली के मोटेमाजरा निवासी शरणजीत सिंह और खिजरगढ़, जीरकपुर के अमन कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से दो .32 बोर की पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। इसके साथ ही उनकी बजाज डिस्कवर मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है।
आपराधिक इतिहास
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये दोनों आरोपी पिछले महीने राजपुरा में हुई गोलीबारी में शामिल थे। गोल्डी ढिल्लों ने इन आरोपियों को पंजाब में एक व्यवसायी को निशाना बनाने का कार्य सौंपा था।
एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बान ने बताया कि गोल्डी ढिल्लों इस वर्ष अक्टूबर में कनाडा के एबॉट्सफोर्ड में एक भारतीय उद्योगपति की हत्या का मास्टरमाइंड भी था। DIG एजीटीएफ गुरमीत सिंह चौहान ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड है, और अमन के खिलाफ हथियारों से संबंधित दो एफआईआर दर्ज हैं।
पुलिस को मिली सूचना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरमनदीप हंस ने बताया कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो सक्रिय गुर्गों की गतिविधियों की जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि सतर्कता से कार्रवाई करते हुए, डीएसपी डेरा बस्सी बिक्रमजीत बराड़ के नेतृत्व में एजीटीएफ और एस.ए.एस. नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने सफलतापूर्वक आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इस कार्रवाई के दौरान आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई और दोनों आरोपियों को गोली लगी।
