पटना में STET कैंडिडेट्स का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

पटना में छात्रों का उग्र प्रदर्शन
पटना में पुलिस का लाठीचार्ज: बिहार में शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) पास करने वाले छात्रों का आंदोलन अचानक तेज हो गया, जब शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। हजारों कैंडिडेट्स ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने और नियुक्तियों को जल्द शुरू करने की मांग को लेकर पटना की सड़कों पर उतर आए थे। लेकिन, स्थिति तब बिगड़ गई जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।
STET पास करने वाले छात्रों का आरोप है कि बिहार सरकार ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने में लगातार देरी की है। कई महीनों से लंबित इस प्रक्रिया के कारण अभ्यर्थियों का धैर्य अब समाप्त हो चुका है। प्रदर्शनकारी स्थायी नौकरी, समय पर नियुक्ति और भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।
#WATCH पटना: STET परीक्षा में देरी की मांग कर रहे TRE 4 अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। pic.twitter.com/0wesum4avF
— News Media (@AHindinews) August 7, 2025
लाठीचार्ज में छात्रों को गंभीर चोटें आईं:
प्रदर्शन के दौरान स्थिति तब बिगड़ गई जब पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर अभ्यर्थियों को रोकने का प्रयास किया। कई अभ्यर्थी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस के लाठीचार्ज में कई छात्रों को गंभीर चोटें आईं। कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर से खून बहता हुआ देखा गया। इस प्रदर्शन में लगभग 5,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया, और पूरे क्षेत्र में पुलिस की भारी तैनाती देखी गई।
हज़ारों अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर STET परीक्षा की तारीख़ की माँग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।#TRE4_0 से पहले #STET होना ज़रूरी है ताकि योग्य उम्मीदवारों का हक़ मारा न जाए।
— Deepak Himanshu (@dpkhimanshu) August 7, 2025
सरकार से निवेदन है — छात्रों की आवाज़ सुनी जाए। 🙏#ReleaseSTET@NitishKumar @officialbseb pic.twitter.com/jKa4KpxVwE
सरकार के खिलाफ प्रदर्शन:
इससे पहले, अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया। प्रदर्शनकारी बिहार सरकार की उदासीनता पर सवाल उठा रहे थे। उनका कहना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में देरी और अस्पष्टता ने उनके करियर को खतरे में डाल दिया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज होगा।