पटना में चंदन मिश्रा हत्या मामले में तौसीफ का बड़ा खुलासा: ऑनलाइन जुए का कर्ज बना कारण

चंदन मिश्रा हत्या मामले में नया मोड़
पटना में चर्चित चंदन मिश्रा हत्या केस की जांच ने एक नया मोड़ लिया है। मुख्य आरोपी तौसीफ ने पुलिस रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। उसने स्वीकार किया कि वह ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपये हार गया था, जिससे वह भारी कर्ज में डूब गया। इस कर्ज के दबाव और मानसिक तनाव के चलते उसने हत्या की साजिश में शामिल होने का निर्णय लिया। तौसीफ का कहना है कि वह इस साजिश के मास्टरमाइंड शेरू सिंह को नहीं जानता, बल्कि उसका संबंध उसके कज़िन नीशू के माध्यम से हुआ।
हत्या के बाद की भागदौड़
पुलिस रिमांड के दूसरे दिन तौसीफ भावुक हो गया और उसने अपने अपराध के बारे में विस्तार से बताया। उसने कहा कि चंदन मिश्रा की हत्या के बाद वह और उसके साथी भागने की कोशिश में रास्ता भटक गए थे। गलती से वे पटना के परस अस्पताल में पहुंच गए, जहां तौसीफ ने स्टाफ से कहा कि उसके अंकल चंदन मिश्रा वहां भर्ती हैं। बिना किसी संदेह के, वह अस्पताल से बाहर निकल गया।
फर्जी नंबर प्लेट और चोरी की बाइकों का उपयोग
सूत्रों के अनुसार, हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार बक्सर से मंगवाए गए थे, जबकि बाइक की व्यवस्था पटना में की गई थी। पुलिस ने एक अपाचे बाइक बरामद की है, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। दूसरी बाइक अभी भी गायब है। तौसीफ की निशानदेही पर पुलिस ने गया में उसकी बहन के घर से तीन मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए हैं, जिनका उपयोग हत्या के दौरान किया गया था।
28 गोलियां चलाई गईं
इस भयानक हत्या में चंदन मिश्रा पर कुल 28 गोलियां चलाई गईं। वारदात को अंजाम देने वाले पांच शूटरों में तौसीफ, बलवंत, रविरंजन, नीलेश और मोनू शामिल थे। तौसीफ ने बताया कि जब तक उसे यकीन नहीं हो गया कि चंदन की मौत हो चुकी है, तब तक वह मौके से नहीं हटा। नीलेश और मोनू अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की चार टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
तौसीफ का शेरू से कोई संबंध नहीं
तौसीफ ने पुलिस को बताया कि उसका शेरू सिंह से कोई सीधा संपर्क नहीं था। उसने कहा कि उसकी कज़िन नीशू ने ही शेरू से डील की थी, जो पुरुलिया जेल में बंद है। शेरू ने चंदन मिश्रा की हत्या का आदेश दिया था और इसके बदले में हर शूटर को 5 लाख रुपये देने की बात कही गई थी। हालांकि, तौसीफ का कहना है कि उसे अब तक एक भी पैसा नहीं मिला।
पहचान छिपाने के लिए बदली शक्ल
जांच में यह भी सामने आया है कि नीशू की एक महिला मित्र, जिससे वह तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर मिला था, ने कोलकाता के एक गेस्ट हाउस में दो कमरे बुक किए थे। एक कमरा तौसीफ, भीम और हर्ष के लिए और दूसरा खुद के लिए था। उसने ही पूरे ठहराव का खर्च उठाया था। हत्या के बाद, जब तौसीफ ने खुद को टीवी पर सीसीटीवी फुटेज में देखा, तो पहचान से बचने के लिए उसने गेस्ट हाउस में ही दाढ़ी मुंडवा ली और बाल कटवा लिए।
पुलिस की जांच तेज
इस केस में एक नया मोड़ तब आया जब आरा में एसटीएफ और शूटर्स के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मुठभेड़ में पुलिस ने 10 राउंड फायर किए जबकि शूटर्स ने 13 राउंड जवाबी फायरिंग की। पुलिस की चार विशेष टीमें इस हत्याकांड की जांच में जुटी हुई हैं और फरार आरोपियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जिसमें जेल से लेकर सोशल मीडिया तक के लिंक सामने आ चुके हैं।