पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्षविराम पर सहमति
 
                           
                        संघर्षविराम की घोषणा
नई दिल्ली: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हाल ही में हुई हिंसक झड़पों के बाद तनाव में कमी लाने के लिए दोनों देशों ने संघर्षविराम (सीजफायर) बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की है। यह सहमति तुर्की के इस्तांबुल में तुर्की और कतर की मध्यस्थता में आयोजित शांति वार्ता के दौरान बनी। तुर्की ने इस बात की आधिकारिक पुष्टि की है।
वार्ता का परिणाम
युद्धविराम को लेकर पहले की बातचीत असफल रही थी, लेकिन 25 से 30 अक्टूबर के बीच हुई इस्तांबुल शांति बैठक में दोनों पक्षों ने तनाव कम करने और आगे की वार्ता जारी रखने पर सहमति बनाई।
सीजफायर की गंभीरता
सीजफायर पर बनी सहमति
रिपोर्टों के अनुसार, तालिबान के 2021 में काबुल पर नियंत्रण के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच यह सबसे गंभीर सैन्य टकराव था। हाल की झड़पों में पाकिस्तान ने हवाई हमले किए, जिसके जवाब में अफगानिस्तान ने भी गोलाबारी की। हालांकि, हाल के दिनों में सीमा क्षेत्र से कोई नई झड़प की सूचना नहीं मिली है। वर्तमान में, दोनों देशों ने प्रमुख सीमा चौकियां बंद रखी हैं, जिससे सैकड़ों ट्रक और शरणार्थी दोनों तरफ फंसे हुए हैं।
निगरानी तंत्र की स्थापना
उल्लंघन पर दंड
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने बताया कि शांति वार्ता के दौरान सभी पक्षों ने एक निगरानी और सत्यापन तंत्र (Monitoring & Verification Mechanism) स्थापित करने पर सहमति जताई है, जो संघर्षविराम के पालन की निगरानी करेगा और उल्लंघन करने वाले पक्ष पर दंड लगाएगा। इस तंत्र को लागू करने के लिए 6 नवंबर को इस्तांबुल में अगली बैठक आयोजित की जाएगी।
भविष्य की वार्ता
संवाद जारी रहेगा
तुर्की और कतर ने क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए सहयोग जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने वार्ता के समापन की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों देश भविष्य की बैठकों में संवाद जारी रखने पर सहमत हुए हैं।
