Newzfatafatlogo

पाकिस्तान की बातचीत की अपील: पीएम शहबाज ने अमेरिका से मदद मांगी

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ बातचीत की अपील की है, जिसके लिए उन्होंने अमेरिका से मदद मांगी है। इस बातचीत में जम्मू-कश्मीर, सिंधु जल संधि, और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह केवल पाक अधिकृत कश्मीर और आतंकवाद पर ही बात करेगा। जानें इस स्थिति के पीछे की वजहें और अमेरिका की भूमिका।
 | 
पाकिस्तान की बातचीत की अपील: पीएम शहबाज ने अमेरिका से मदद मांगी

पाकिस्तान की बिगड़ती स्थिति

इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की स्थिति काफी गंभीर हो गई है। इस संकट के बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ बातचीत की आवश्यकता जताई है। उन्होंने अमेरिका से अनुरोध किया है कि वह भारत के साथ वार्ता में मदद करे।


शहबाज शरीफ की अपील

पाकिस्तानी सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बात करते हुए भारत से वार्ता कराने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर, सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर सार्थक संवाद चाहता है। इस बातचीत का एक वीडियो भी पाक सरकारी मीडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया है।


संघर्षविराम का श्रेय अमेरिका को

पाक सरकार के बयान में कहा गया है कि यह बातचीत गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। इस दौरान, शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुभकामनाएं दीं और उनके 'साहसिक नेतृत्व' की सराहना की। उन्होंने विदेश मंत्री रुबियो की सक्रिय कूटनीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत-पाक संघर्षविराम समझौते में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।


भारत की स्पष्ट नीति

हालांकि, भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान से केवल दो मुद्दों पर बातचीत करेगा—पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी और आतंकवाद। भारत की नीति यह है कि अन्य मामलों पर चर्चा तब तक नहीं हो सकती जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन से आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता।


ईरान-इजराइल संकट पर चर्चा

प्रधानमंत्री शरीफ ने बताया कि अमेरिका के साथ बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया, विशेषकर ईरान-इजराइल संकट पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि इस गंभीर अंतरराष्ट्रीय संकट का समाधान केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए।