पाकिस्तान में गृह युद्ध जैसी स्थिति, टीएलपी के प्रदर्शनकारियों पर सेना का कहर

पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा
पाकिस्तान में वर्तमान में स्थिति अत्यंत गंभीर है, जहां लगातार हमले हो रहे हैं। अफगानिस्तान के काबुल में हुए हमले के बाद तालिबान का आतंक पाकिस्तान पर बढ़ता जा रहा है। इस हिंसा में 58 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई है और कई आर्मी चौकियों को नष्ट कर दिया गया है। हाल ही में पाकिस्तान में एक गृह युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप लाशों के ढेर लग गए हैं। मुरीदके में कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रदर्शनकारियों पर सेना ने भयंकर गोलियां चलाई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने 300 से अधिक प्रदर्शनकारियों को मार डाला है, जबकि 2000 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हिंसा तब हुई जब टीएलपी के समर्थक गाजा के समर्थन में इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे थे।
नरसंहार के बाद की स्थिति
इस नरसंहार ने पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया है। कई शहरों में आगजनी की घटनाएं हो रही हैं, और लाहौर से करांची तक हर जगह बारूद का धुआं उठ रहा है। लाहौर में टीएलपी के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। पाकिस्तानी सेना ने प्रदर्शनकारियों पर कहर बरपाते हुए बख्तरबंद वाहनों का इस्तेमाल किया, जिससे 70 लोगों को कुचल दिया गया। जब सेना ने गोलीबारी की, तो बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने जवाब में पत्थरबाजी की और सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान 100 से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं और कई लापता हो गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव
टीएलपी के प्रदर्शन को देखते हुए कई शहरों में सुरक्षा को कड़ा किया गया है। सुरक्षाबलों और पाक सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस और सेना के जवानों ने इस्लामाबाद के रेड जोन को किले में तब्दील कर दिया है और कई होटलों को खाली कर दिया गया है। यह ध्यान देने योग्य है कि टीएलपी को पहले पाकिस्तानी सेना ने जिहादी बम बनाने के लिए तैयार किया था, लेकिन अब वही संगठन सेना के खिलाफ खड़ा हो गया है।
प्रदर्शन का विस्तार
गुरुवार को इज़राइल द्वारा गाजा में की गई हत्याओं के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन शनिवार को और भी तेज हो गया। पुलिस ने कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए। लाहौर के आज़ादी चौक के पास झड़पें बढ़ गईं, जहां कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। पुलिस ने टीएलपी के हजारों प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने के लिए बैरिकेड्स और शिपिंग कंटेनर का इस्तेमाल किया।