पाकिस्तान में जेन-जेड का विरोध: शिक्षा नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरे युवा
पीओके में जेन-जेड का उभार
इस्लामाबाद: बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका के बाद अब पाकिस्तान में भी जेन-जेड के युवा अपनी आवाज उठाने लगे हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हजारों युवा सरकार की शिक्षा नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन से शुरू हुआ आंदोलन
विरोध प्रदर्शनों में मुख्य रूप से जेनरेशन जेड के छात्र शामिल हैं। ये छात्र पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार की शिक्षा नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। यह आंदोलन विश्वविद्यालय की बढ़ती फीस और परीक्षा प्रक्रिया में खामियों के खिलाफ एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के रूप में शुरू हुआ था।
पीओके में हाल की अशांति
हाल ही में कुछ प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की गई, जिसमें एक छात्र घायल हो गया। यह घटना प्रदर्शन को और भी खतरनाक बना देती है। यह पीओके में हाल के महीनों में दूसरी बड़ी अशांति है। इससे पहले भी इस क्षेत्र में आर्थिक मुद्दों पर हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
छात्रों की रैली का आरंभ
विरोध प्रदर्शनों की यह नई लहर मुजफ्फराबाद स्थित आजाद जम्मू और कश्मीर विश्वविद्यालय (यूएजेके) से शुरू हुई। छात्रों ने नई डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली के खिलाफ रैली निकाली, जिसके कारण फीस में भारी वृद्धि और परीक्षा परिणामों में विसंगतियां हुईं।
छात्रों का गुस्सा
हालांकि प्रशासन ने प्रक्रिया की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन किया, लेकिन पुनर्मूल्यांकन शुल्क लागू कर दिया गया, जिससे छात्रों का गुस्सा और भड़क गया। इसके अलावा, सरकार ने विश्वविद्यालय में छात्र संघों और राजनीतिक गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
राजा मामून फहद की गोलीबारी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजा मामून फहद नामक व्यक्ति ने पुलिस की मौजूदगी में छात्रों पर गोलीबारी की। आरोपी मौके से भागने में सफल रहा, और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
नेपाल में हुए प्रदर्शनों से समानता
रिपोर्टों के अनुसार, शरीफ सरकार विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यह अशांति नेपाल में हुए जेन-जेड विरोध प्रदर्शनों से मिलती-जुलती है।
JKJAC का समर्थन
जम्मू-कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (JKJAC) ने छात्रों का समर्थन करने की घोषणा की है, जिससे प्रदर्शनकारियों को और अधिक साहस मिलेगा।
