पानीपत ने शिक्षा में हासिल किया पहला स्थान, मिशन बुनियाद और सुपर 100 के तहत बढ़ते पंजीकरण
हरियाणा शिक्षा विभाग की योजनाएँ
पानीपत जिले ने हरियाणा शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजनाओं, मिशन बुनियाद और सुपर 100 के तहत सबसे अधिक छात्र पंजीकरण कराकर राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। 13 नवंबर से शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक 4424 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है, और अधिकारियों को उम्मीद है कि यह संख्या अंतिम तिथि तक 10,000 से अधिक हो सकती है।
मिशन बुनियाद और सुपर 100 की जानकारी
ये दोनों कार्यक्रम उन मेधावी छात्रों के लिए बनाए गए हैं, जो कक्षा नौ से बारह के बीच बेहतर मार्गदर्शन और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं।
- मिशन बुनियाद में आठवीं कक्षा के छात्र शामिल होते हैं।
- सुपर 100 में वर्तमान दसवीं कक्षा के विद्यार्थी भाग लेते हैं।
इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण तैयारी के संसाधन प्रदान करना है, ताकि वे इंजीनियरिंग, चिकित्सा या अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा कर सकें।
पानीपत की सफलता का कारण
जिले में शिक्षा विभाग ने ब्लॉक स्तर पर सेमिनार, जागरूकता शिविर और प्रोत्साहन कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इन कार्यक्रमों में आठवीं और दसवीं कक्षा के टॉप छात्रों को उनके अभिभावकों के साथ बुलाया गया, जहां उन्हें योजनाओं के लाभ समझाए गए।
जिला विज्ञान विशेषज्ञ और नोडल अधिकारी संदीप कुमार ने कहा, "सही जानकारी मिलने के बाद अभिभावक अपने बच्चों को नामांकन कराने के लिए आगे आ रहे हैं। यह जागरूकता का सीधा परिणाम है।"
पंजीकरण की आवश्यकताएँ
- पिछली कक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक अंक वाले छात्रों का पंजीकरण अनिवार्य है।
- 60 प्रतिशत से कम अंक वाले विद्यार्थी भी इच्छानुसार आवेदन कर सकते हैं।
- मिशन बुनियाद की अंतिम तिथि 16 दिसंबर है।
- सुपर 100 की अंतिम तिथि 9 फरवरी 2026 है।
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन तिथियों के नजदीक आते ही पंजीकरण की संख्या में तेजी आएगी।
अन्य जिलों का प्रदर्शन
हालिया आंकड़ों के अनुसार, पानीपत के बाद कैथल (3770), सिरसा (2988), हिसार (2901) और गुरुग्राम (2726) शीर्ष जिलों में शामिल हैं। फरीदाबाद, रोहतक, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जैसे जिलों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
एक शिक्षक ने कहा, "जहां जिला प्रशासन सक्रिय रहा है, वहां प्रदर्शन बेहतर है। अन्य जिलों को भी इस मॉडल से सीखना चाहिए।"
सुपर 100 का सफर
हरियाणा सरकार ने विकल्प संस्थान रेवाड़ी के साथ मिलकर सुपर 100 मॉडल की शुरुआत की थी। आज मिशन बुनियाद में भी उसी ढांचे का उपयोग किया जा रहा है, जहां विद्यार्थियों को लाइव और रिकॉर्डेड लेक्चर, टेस्ट प्रैक्टिस और मेंटरशिप उपलब्ध कराई जाती है।
पानीपत जिले में लगभग 250 विद्यार्थी पहले से ही इन केन्द्रों पर तैयारी कर रहे हैं, जो कार्यक्रम के प्रभाव का संकेत देते हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राज्य में मेधावी बच्चों का पलायन कम होगा, सरकारी स्कूलों की विश्वसनीयता बढ़ेगी, और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं को अवसर मिलेगा।
यदि पंजीकरण और चयन प्रक्रिया पारदर्शी रही, तो आने वाले वर्षों में हरियाणा से अधिक छात्र राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आगे दिखाई दे सकते हैं।
