पानीपत में शिकायत निवारण बैठक: 10 शिकायतों पर सुनवाई, मंत्री ने दिया न्याय का आश्वासन
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में शिकायतों की सुनवाई
- जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में 10 शिकायतों पर हुई सुनवाई
- 4 शिकायतों का मौके पर किया गया समाधान, 6 शिकायतें अगली बैठक के लिए रखी गई लंबित
- प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रिय भूमिका से जनता को मिला भरोसा
- उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया ने मंत्री का बुके देकर किया स्वागत
पानीपत: समाज न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार ने मंगलवार को जिला सचिवालय सभागार में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की। इस बैठक में जिले से आई शिकायतों पर विस्तार से चर्चा की गई। मंत्री ने कहा कि सरकार की नीति है कि किसी भी नागरिक को न्याय से वंचित नहीं रखा जाएगा। हर शिकायत पर निष्पक्ष और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने मंत्री का स्वागत करते हुए आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन हर जरूरतमंद को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
लंबित शिकायतों पर चर्चा
बैठक में पहली शिकायत रणधीर वासी की थी, जो पिछली बैठक से लंबित थी। यह मामला पुलिस विभाग से संबंधित था। मंत्री ने पुलिस को शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दूसरी शिकायत पवन ने सडक़ निर्माण से संबंधित रखी, जो भी पिछली बैठक की लंबित थी।
सडक़ एवं सीवर लाइन की समस्या
पवन ने बीपीएल प्लॉटों की सडक़ एवं सीवर लाइन की समस्या उठाई। मंत्री ने मौके पर ही समस्या का समाधान करवाया। तीसरी शिकायत रविंद्र कुमार की थी, जो भी पिछली बैठक से लंबित थी। इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। मंत्री ने इस पर भी गंभीरता से सुनवाई की।
धोखाधड़ी का मामला
चौथी शिकायत प्रतीक माटा द्वारा दी गई, जिसमें धोखाधड़ी का आरोप था। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर इसका समाधान किया। पांचवीं शिकायत सूबे सिंह की थी, जिसमें सिंचाई विभाग से पानी की उपलब्धता की समस्या उठाई गई। मंत्री ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
गंदे पानी की निकासी का मामला
सातवीं शिकायत टीडीआई क्षेत्र से संबंधित थी, जिसमें जल निकासी की समस्या उठाई गई। मंत्री ने इसे अगली बैठक के लिए लंबित रखा। आठवीं शिकायत जी.अल. कुकरेजा ने तालाब के गंदे पानी की निकासी के संबंध में की। मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया और इसे भी अगली बैठक के लिए लंबित रखा।
स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ शिकायत
नौवीं शिकायत में सुमन ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ शिकायत की, जिसमें निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए। दसवीं शिकायत बबीता द्वारा रखी गई, जिसमें निष्पक्ष जांच की मांग की गई। मंत्री ने इसे भी अगली कार्रवाई के लिए लंबित रखा।
अगली बैठक के लिए रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश
मंत्री कृष्ण कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन ने समस्याओं के निस्तारण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने निर्देश दिया कि लंबित शिकायतों पर विस्तृत रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत की जाए। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी और जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।
