पानीपत रेलवे स्टेशन का होगा नया रूप, 300 करोड़ रुपये का होगा पुनर्निर्माण

पानीपत रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण
पानीपत रेलवे स्टेशन: हरियाणा के पानीपत जिले से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) द्वारा लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से पानीपत रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के तहत स्टेशन को अत्याधुनिक तकनीक से विकसित किया जाएगा और बहुमंजिला इमारतें भी बनाई जाएंगी। वर्तमान में, पानीपत रेलवे स्टेशन दो मंजिला है, जिसे तोड़कर नया निर्माण किया जाएगा।
प्लेटफॉर्म पर कोच इंडिकेटर सिस्टम
सूत्रों के अनुसार, रेलवे की खाली भूमि का वाणिज्यिक विकास के लिए डेवलपर्स को आवंटित किया जाएगा। यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर आधारित होगी। स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए असंध रोड और जाटल रोड फ्लाईओवर के नीचे से कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।
सभी प्लेटफॉर्म पर कोच इंडिकेटर सिस्टम स्थापित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को अपने कोच के स्थान की जानकारी मिलेगी। आरएलडीए ने इस परियोजना की विस्तृत मास्टर प्लानिंग और डिजाइनिंग के लिए एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी है।
रोजाना 30 हजार से अधिक यात्री
पानीपत रेलवे स्टेशन दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जो ऐतिहासिक और व्यावसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहां से लगभग 54 ट्रेनें गुजरती हैं, जिनमें से 22 ट्रेनें यहां रुकती हैं। स्टेशन पर 5 प्लेटफॉर्म हैं, जहां रोजाना 30 हजार से अधिक यात्री यात्रा करते हैं। इस पुनर्निर्माण से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
सौंदर्यीकरण का कार्य जल्द शुरू होगा
इस परियोजना के पूरा होने में लगभग 3 साल लगेंगे। ड्रॉइंग और सर्वे का कार्य पूरा होते ही स्टेशन के विकास का कार्य प्रारंभ होगा। वर्तमान में स्टेशन की इमारतों और सीढ़ियों को तोड़कर नए सिरे से दो मंजिला स्टेशन और सीढ़ियां बनाई जाएंगी। रेलवे क्वार्टर को तोड़कर बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा, जिससे अधिक आवास उपलब्ध हो सकें। वेटिंग एरिया को भी बेहतर तरीके से विकसित किया जाएगा।
नया पुल मॉडल टाउन के लिए
मॉडल टाउन की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए वहां के फुटओवर को तोड़कर नया पुल बनाया जाएगा। नए फुटओवर की चौड़ाई अधिक होगी और दोनों ओर एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को आने-जाने में सुविधा होगी। इस स्टेशन के पुनर्विकास से अधिक ट्रेनों के ठहराव की संभावना भी बढ़ेगी।