पितृपक्ष में खरीदारी के लिए शुभ दिन जानें

पितृपक्ष का महत्व और खरीदारी
दोष से मुक्त और आशीर्वाद प्राप्त करें
पितृपक्ष का आरंभ 7 सितंबर से हो चुका है, जो हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवधि में पितरों की पूजा, पिंडदान और स्मरण किया जाता है। पितृपक्ष के दौरान खरीदारी से संबंधित कई मान्यताएँ हैं, जिनमें से कुछ विशेष तिथियों पर खरीदारी करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
यदि आपके परिवार में पितृपक्ष में खरीदारी न करने की परंपरा है, तो आप कुछ विशेष तिथियों पर खरीदारी कर सकते हैं। इन तिथियों पर खरीदारी करने से कोई दोष नहीं लगेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग में खरीदारी
यदि आप नए वाहन, आभूषण या वस्त्र खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो पितृपक्ष के दौरान 15, 18 और 21 सितंबर के दिन को चुन सकते हैं। इन तिथियों पर सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग बनेगा। इस दौरान खुशी से की गई खरीदारी से पितर भी प्रसन्न होंगे और आपको किसी प्रकार का दोष नहीं लगेगा। ज्योतिष में सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत शुभ माना गया है।
अमृत सिद्धि योग में खरीदारी
15 और 18 सितंबर को अमृत सिद्धि योग का शुभ संयोग भी बनेगा। इस समय सामानों की कीमतों में गिरावट आ सकती है, जिससे आपकी खरीदारी लाभदायक सिद्ध हो सकती है। इन तिथियों पर आप घर में पूजा-पाठ का आयोजन भी कर सकते हैं।
17 और 19 सितंबर को खरीदारी
17 सितंबर को इंदिरा एकादशी और 19 सितंबर को मासिक शिवरात्रि के साथ प्रदोष व्रत भी है। इन तिथियों पर खरीदारी करना अत्यंत शुभ रहेगा।
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