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पूर्वी चंपारण में शिक्षकों के लिए नया ड्रेस कोड लागू

पूर्वी चंपारण के शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक नया ड्रेस कोड लागू किया है, जिसमें जींस और टी-शर्ट पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह कदम स्कूलों में अनुशासन और मर्यादा बनाए रखने के लिए उठाया गया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल का माहौल फैशन का नहीं, बल्कि शिक्षा का होना चाहिए। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर रील बनाने और अन्य मनोरंजक गतिविधियों पर भी पाबंदी लगाई गई है। इस नए आदेश के तहत, छात्रों की उपस्थिति पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।
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शिक्षकों के लिए सख्त ड्रेस कोड

पूर्वी चंपारण जिले के शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक नया और सख्त ड्रेस कोड लागू किया है। अब सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक जींस और टी-शर्ट पहनकर विद्यालय नहीं आ सकेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल का वातावरण अनुशासन और मर्यादा का होना चाहिए, न कि फैशन या मनोरंजन का केंद्र।


शिक्षा विभाग के निदेशक और अपर सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि सभी शिक्षक और कर्मचारी केवल फॉर्मल ड्रेस में विद्यालय आएं। इसके साथ ही, डीजे, डांस, गाने गाने और सोशल मीडिया पर रील बनाने जैसी गतिविधियों पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है।


इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश सामान्य प्रशासन विभाग के ज्ञापन संख्या-394 (28 अगस्त 2019) के पालन को सुनिश्चित करने के लिए जारी किया गया है। इसके बावजूद कई शिक्षकों के टी-शर्ट और जींस पहनकर विद्यालय आने की शिकायतें मिली थीं।


विभाग ने चेतावनी दी है कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग, रील बनाना और विद्यालय परिसर को मनोरंजन का स्थान बनाने वाली हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इसके अलावा, छात्रों की उपस्थिति पर भी कड़ी नजर रखने का आदेश दिया गया है। यदि कोई छात्र लगातार अनुपस्थित रहता है, तो उसके अभिभावकों से संपर्क कर कारण जाना जाएगा।


पूर्व में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी केके पाठक ने भी कार्यालय में जींस-टी-शर्ट पहनने पर पाबंदी लगाई थी। नए आदेश के बाद शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन और प्रभावशीलता बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है।