प्रधानमंत्री मोदी का 5 देशों का दौरा: ऊर्जा और संसाधनों की खोज

प्रधानमंत्री मोदी का अंतरराष्ट्रीय दौरा
PM मोदी का 5 देशों का दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 दिनों में 5 देशों की यात्रा शुरू की है। वर्तमान में वे अर्जेंटीना में हैं, जहां वे कल भी रुकेंगे। इससे पहले, उन्होंने कैरेबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा किया और उससे पहले अफ्रीकी देश घाना में थे। इन दोनों देशों में उनका स्वागत शानदार रहा, और उन्होंने भारतीय समुदाय से मुलाकात की, जहां उन्हें सम्मानित किया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने इन 5 देशों का दौरा क्यों किया है? आइए जानते हैं उनके इस दौरे का उद्देश्य।
भारत के लिए इन देशों का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया का दौरा भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए है। इन चार देशों में ऐसे खनिज और ऊर्जा संसाधन मौजूद हैं, जो भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, वे ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं, जो 2025 में रियो डी जनेरियो में आयोजित होगा।
घाना में दुनिया के सबसे बड़े लिथियम भंडारों में से एक है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी स्टोरेज के लिए आवश्यक है।
त्रिनिदाद और टोबैगो में हाइड्रोकार्बन संसाधन हैं, जो भारत की भविष्य की तेल और गैस की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
अर्जेंटीना में दूसरा सबसे बड़ा लिथियम भंडार और शेल गैस का भंडार है।
नामीबिया में दुनिया के सबसे बड़े यूरेनियम भंडारों में से एक है, जो परमाणु ऊर्जा उत्पादन के लिए आवश्यक है।
ब्रिक्स क्या है और समिट का स्थान
ब्रिक्स की स्थापना 2009 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने की थी, और 2010 में दक्षिण अफ्रीका शामिल हुआ। 2024 में मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हुए। 2025 में इंडोनेशिया भी शामिल होगा। वर्तमान में ब्रिक्स में 11 सदस्य देश हैं: ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, ईरान और इंडोनेशिया। इसके अलावा, बेलारूस, बोलीविया, कजाकिस्तान, क्यूबा, मलेशिया, नाइजीरिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान जैसे पार्टनर देश भी हैं।