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प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक विदेश दौरा: अफ्रीका से दक्षिण अमेरिका तक की यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 9 जुलाई तक अपने सबसे लंबे कूटनीतिक दौरे पर जा रहे हैं, जिसमें वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना, व्यापारिक साझेदारियों को बढ़ावा देना और भारत की डिजिटल पहल को वैश्विक स्तर पर विस्तार देना है। जानें इस दौरे के प्रमुख बिंदु और उनके महत्व के बारे में।
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प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक विदेश दौरा: अफ्रीका से दक्षिण अमेरिका तक की यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी का विदेश दौरा

PM Modi Foreign Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक अपने सबसे लंबे कूटनीतिक दौरे पर निकलने वाले हैं। यह यात्रा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया जैसे पांच देशों में होगी। पिछले एक दशक में यह पीएम मोदी की सबसे लंबी विदेश यात्रा मानी जा रही है, जिसमें वे अफ्रीका, कैरेबियाई और दक्षिण अमेरिकी देशों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।


विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा घाना से शुरू होकर नामीबिया में समाप्त होगी। इस दौरान पीएम मोदी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने और डिजिटल भुगतान जैसे क्षेत्रों में भारत की भूमिका को विस्तार देने के लिए कई महत्वपूर्ण बैठकों और समझौतों में भाग लेंगे। आइए इस दौरे के मुख्य बिंदुओं पर नजर डालते हैं।


घाना: वैक्सीन हब का समर्थन और संसद को संबोधन

पीएम मोदी का यह दौरा घाना से शुरू होगा, जो उनके 10 वर्षों में पहली बार होगा। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का 30 वर्षों में पहला दौरा भी है। पीएम मोदी घाना में एक वैक्सीन हब के निर्माण का समर्थन करेंगे और वहां की संसद को भी संबोधित करेंगे। यह दौरा दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


त्रिनिदाद और टोबैगो: 25 साल बाद भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी का अगला पड़ाव त्रिनिदाद और टोबैगो होगा। यह यात्रा त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर के निमंत्रण पर हो रही है। यह ऐतिहासिक यात्रा पिछले 25 वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। इस दौरान पीएम मोदी त्रिनिदाद की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद करेंगे।


अर्जेंटीना: रक्षा, कृषि और ऊर्जा पर चर्चा

तीसरे पड़ाव में पीएम मोदी अर्जेंटीना पहुंचेंगे, जहां वे राष्ट्रपति जेवियर मिली के आमंत्रण पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा, कृषि, खनन, तेल-गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। यह दौरा भारत-अर्जेंटीना संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


ब्राजील: BRICS सम्मेलन में आतंकवाद पर कड़ा रुख

अर्जेंटीना के बाद पीएम मोदी ब्राजील जाएंगे, जहां वे BRICS 2025 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह उनकी ब्राजील की चौथी आधिकारिक यात्रा होगी। इस सम्मेलन में पीएम मोदी हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, लीडर्स डिक्लेरेशन में पहलगाम हमले की निंदा भी की जाएगी।


नामीबिया: संसद को संबोधन और UPI सिस्टम की शुरुआत

यात्रा का अंतिम पड़ाव नामीबिया होगा, जो पिछले 27 वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। पीएम मोदी राष्ट्रपति नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह से मुलाकात करेंगे और नामीबिया की संसद को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान भारत और नामीबिया के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता होगा, जिसके तहत भारत का डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) नामीबिया में लागू किया जाएगा। यह भारत की डिजिटल पहल को वैश्विक स्तर पर विस्तार देने की दिशा में एक और बड़ी सफलता होगी.