प्रधानमंत्री मोदी का ऑपरेशन सिंदूर पर जोरदार बयान

महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में पीएम मोदी का संबोधन
ऑपरेशन सिंदूर पीएम मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में आयोजित 'महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन' में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कहा कि भारत की नारी शक्ति को चुनौती देना आतंकवादियों की सबसे बड़ी गलती थी, जिसने उन्हें विनाश की ओर धकेल दिया। यह कार्यक्रम रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।
कश्मीर में आतंकी हमले का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का उल्लेख किया, जिसमें 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की निर्दयता से हत्या की गई थी। उन्होंने कहा, 'यह हमला केवल खून खराबा नहीं था, बल्कि हमारी संस्कृति पर एक आक्रमण था। आतंकवादियों ने हमारे समाज को तोड़ने का प्रयास किया और नारी शक्ति को चुनौती दी। लेकिन यह चुनौती उनके लिए विनाशकारी साबित हुई।'
ऑपरेशन 'सिंदूर' का महत्व
हमले के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से जवाब दिया, जिसका नाम उन विधवाओं के सम्मान में रखा गया जिनके पतियों की इस आतंकवादी हमले में हत्या कर दी गई थी। पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे जवानों ने पाकिस्तान के अंदर सैकड़ों किलोमीटर तक घुसकर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल आतंकवाद विरोधी अभियान है।'
पाकिस्तान में हाहाकार
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने केवल आतंकवादी शिविरों को ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया। इसके बाद एक सीजफायर समझौते पर सहमति बनी, लेकिन तब तक दुश्मन की रीढ़ टूट चुकी थी। प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी, 'अब आतंकवाद को सहन नहीं किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर हम घर में घुसकर मारेंगे। जो आतंकवादियों की सहायता करेगा, उसे भी इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।'
बीएसएफ की महिला टीम की बहादुरी
प्रधानमंत्री ने बीएसएफ की महिला टीम की बहादुरी की भी प्रशंसा की, जिसमें सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी के नेतृत्व में महिलाओं ने 3 दिन तक सीमा पर दुश्मन का सामना किया। पीएम मोदी ने कहा, 'आज दुनिया भारत की बेटियों की शक्ति देख रही है। ऑपरेशन सिंदूर में हमारी बेटियां सीमा पर डटी रहीं और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया।' उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) से पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने पासआउट किया है, जो भारत की सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी को एक नया आयाम देता है.