Newzfatafatlogo

प्रधानमंत्री मोदी का किसानों के प्रति समर्थन: अमेरिका से व्यापारिक विवाद के बीच आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में किसानों के हितों की रक्षा का संकल्प लिया। उन्होंने अमेरिका के साथ व्यापारिक गतिरोध और भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला। मोदी ने बताया कि भारत तकनीकी और ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने सेमीकंडक्टर चिप्स के उत्पादन और परमाणु ऊर्जा में वृद्धि के लक्ष्यों का भी उल्लेख किया। इस संबोधन ने किसानों और व्यापारिक संबंधों के महत्व को उजागर किया।
 | 
प्रधानमंत्री मोदी का किसानों के प्रति समर्थन: अमेरिका से व्यापारिक विवाद के बीच आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता भारत

किसानों के हितों की रक्षा का संकल्प

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले से 79वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि उनकी सरकार किसानों के हितों से किसी भी स्थिति में समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि देश की आत्मनिर्भरता में किसानों का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। आजादी के बाद, हर नागरिक को भोजन उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन किसानों ने इस कठिनाई को पार कर भारत को आत्मनिर्भर बनाया। मोदी ने किसानों के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया और उनके हितों की रक्षा का संकल्प लिया।


भारत-अमेरिका व्यापारिक गतिरोध

अमेरिका से व्यापारिक गतिरोध


प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर विवाद बढ़ रहा है। अमेरिका भारत से अपने कृषि और डेयरी बाजार को विदेशी उत्पादों के लिए खोलने का दबाव बना रहा है। लेकिन भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसानों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। इसी मुद्दे पर अमेरिका ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया है और रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। व्हाइट हाउस का कहना है कि यह कदम रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को की मदद रोकने के लिए उठाया गया है।


टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर भारत की छलांग


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि 21वीं सदी पूरी तरह से तकनीकी है और भारत इस क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने घोषणा की कि इस वर्ष के अंत तक भारत में निर्मित सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगी। यह कदम तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और वैश्विक बाजार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।


ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक निवेश


मोदी ने बताया कि भारत तेजी से अपनी ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी ऊर्जा जरूरतें अभी भी कई देशों पर निर्भर हैं, लेकिन आत्मनिर्भरता के लिए ऊर्जा क्षेत्र में स्वतंत्रता आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में भारत की सौर ऊर्जा क्षमता 30 गुना बढ़ चुकी है। इसके अलावा, हाइड्रोजन ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भी नई पहलों की शुरुआत की जा रही है।


परमाणु ऊर्जा में वृद्धि का लक्ष्य

परमाणु ऊर्जा क्षमता में दस गुना वृद्धि का लक्ष्य


प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में दस नए परमाणु रिएक्टर काम कर रहे हैं और आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में और बड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने लक्ष्य रखा कि जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा, तब तक देश की परमाणु ऊर्जा क्षमता मौजूदा स्तर से दस गुना अधिक हो जाएगी।