प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर दौरा: विकास की नई राहें

प्रधानमंत्री का मणिपुर दौरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने दो साल से चल रही हिंसा के बाद विकास कार्यों की शुरुआत की। चुराचांदपुर में आयोजित एक जनसभा में उन्होंने कहा कि मणिपुर की भूमि साहस और हिम्मत का प्रतीक है। उन्होंने वहां की प्राकृतिक सुंदरता की सराहना करते हुए लोगों के जज्बे को सलाम किया। उन्होंने भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर का नाम ही इसकी विशेषता को दर्शाता है, और यह क्षेत्र आने वाले समय में उत्तर-पूर्व की चमक को बढ़ाने वाला है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार का उद्देश्य मणिपुर को विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाना है। इस संदर्भ में, उन्होंने 7 हजार करोड़ रुपये के विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जो स्थानीय जनजातीय समुदाय की जिंदगी को बेहतर बनाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि पहले गांवों तक पहुंचना कितना कठिन था, लेकिन अब सैकड़ों गांवों में सड़क संपर्क स्थापित किया गया है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को लाभ हुआ है। मणिपुर में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार भी हो रहा है, जिससे जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन राजधानी इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से विकसित हो रहा है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने गरीबों के लिए पक्के घर बनाने की योजना का जिक्र किया, जिससे मणिपुर के हजारों परिवारों को लाभ मिला है। पिछले कुछ वर्षों में, 15 करोड़ से अधिक लोगों को नल से जल की सुविधा मिली है, जबकि मणिपुर में 7-8 साल पहले केवल 25-30 हजार घरों में ही यह सुविधा थी। अब यहां 3.5 लाख से अधिक घरों में नल से जल उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में पहाड़ियों और घाटियों में विभिन्न समूहों के साथ समझौतों के लिए बातचीत हुई है, जो शांति की स्थापना के लिए भारत सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने सभी संगठनों से अपील की कि वे शांति के मार्ग पर आगे बढ़ें और अपने सपनों को पूरा करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।