Newzfatafatlogo

प्रधानमंत्री मोदी ने अगली पीढ़ी के सुधारों पर उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 अगस्त 2025 को अगली पीढ़ी के सुधारों पर एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का उद्देश्य जीवन को सरल बनाना और व्यापार में सुगमता लाना था। मोदी ने सभी क्षेत्रों में त्वरित सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे आम नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो सके। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों पर चर्चा की गई, जिसमें अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, और स्वास्थ्य सेवाएं शामिल थीं।
 | 
प्रधानमंत्री मोदी ने अगली पीढ़ी के सुधारों पर उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की

उच्च-स्तरीय बैठक का उद्देश्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 18 अगस्त 2025 को अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जीवन को सरल बनाना, व्यापार में सुगमता लाना और समावेशी समृद्धि को बढ़ावा देने वाले त्वरित और व्यापक सुधारों पर चर्चा करना था।


पीएम मोदी का संदेश

पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में लिखा, "अगली पीढ़ी के सुधारों के रोडमैप पर चर्चा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। हम सभी क्षेत्रों में त्वरित सुधारों के प्रति प्रतिबद्ध हैं, जिससे जीवन और कारोबार में सुगमता आएगी और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।"


अगली पीढ़ी के सुधारों का खाका

अगली पीढ़ी के सुधारों का खाका

यह बैठक भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों जैसे अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, डिजिटल नवाचार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधारों पर विचार-विमर्श किया गया। इन सुधारों का लक्ष्य न केवल आर्थिक विकास को गति देना है, बल्कि आम नागरिकों के लिए जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना भी है। सरकार का ध्यान ऐसे नीतिगत बदलावों पर है जो व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल बनाएं और निवेश को आकर्षित करें।


जीवन और कारोबार में आए सुगमता

जीवन और कारोबार में आए सुगमता

मोदी सरकार का ध्यान 'ईज ऑफ लिविंग' और 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' को बढ़ावा देने पर है। इस बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सुधारों के माध्यम से नौकरशाही को कम किया जाए, प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए और तकनीक का उपयोग कर पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, रोजगार पैदा करने और समावेशी विकास को प्राथमिकता दी गई, ताकि समाज के हर वर्ग को इन सुधारों का लाभ मिल सके।