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फरीदाबाद-गुरुग्राम में एनुअल फास्ट टैग का उपयोग क्यों नहीं होगा?

15 अगस्त 2025 से एनुअल फास्ट टैग की शुरुआत होने जा रही है, लेकिन फरीदाबाद और गुरुग्राम में इसका उपयोग नहीं होगा। जानें इसके पीछे के कारण और यात्रियों पर इसके प्रभाव के बारे में। यह जानकारी उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो इन शहरों के बीच यात्रा करते हैं।
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फरीदाबाद-गुरुग्राम में एनुअल फास्ट टैग का उपयोग क्यों नहीं होगा?

एनुअल फास्ट टैग का परिचय

15 अगस्त 2025 से देशभर में एनुअल फास्ट टैग की शुरुआत होने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने इस योजना के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।


फास्ट टैग का लाभ

यह पास नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर यात्रा को सरल बनाएगा। हालांकि, हरियाणा के प्रमुख शहर फरीदाबाद और गुरुग्राम इस सुविधा से बाहर रहेंगे। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण और इसके प्रभाव।


केंद्रीय मंत्री की घोषणा

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 18 जून 2025 को बताया था कि एनुअल फास्ट टैग 15 अगस्त 2025 से लागू होगा। यह पास यात्रियों को बार-बार टोल चुकाने की परेशानी से बचाएगा।


फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड पर फास्ट टैग का न होना

फरीदाबाद और गुरुग्राम को जोड़ने वाली सड़क दिल्ली से भी जुड़ी हुई है। लेकिन बंधवाड़ी टोल प्लाजा पर एनुअल फास्ट टैग का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। इसका कारण यह है कि यह सड़क नेशनल हाईवे या NHAI के अंतर्गत नहीं आती।


यात्रियों पर प्रभाव

फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को इस बदलाव से परेशानी का सामना करना पड़ेगा। चूंकि बंधवाड़ी टोल प्लाजा पर एनुअल फास्ट टैग मान्य नहीं होगा, इसलिए उन्हें पारंपरिक तरीके से टोल का भुगतान करना होगा।


अन्य हाईवे पर फास्ट टैग का लाभ

हालांकि, देश के अन्य नेशनल हाईवे पर यह पास समय और पैसे की बचत करेगा। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे टोल नियमों की जानकारी पहले से प्राप्त कर लें। MoRTH ने भविष्य में नियमों में बदलाव की संभावना भी जताई है।