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फरीदाबाद में अटल ई लाइब्रेरी की शुरुआत, ग्रामीण छात्रों के लिए नई उम्मीद

फरीदाबाद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अटल ई लाइब्रेरी की शुरुआत से छात्रों को अब शहरों की ओर यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह पहल उन्हें आधुनिक अध्ययन सुविधाएं प्रदान करेगी, जिससे वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। उद्घाटन भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर हुआ, जिसमें अधिकारियों ने छात्रों को प्रेरित किया। इस लाइब्रेरी में ऑनलाइन और ऑफलाइन अध्ययन सामग्री, डिजिटल कंटेंट और सुरक्षित अध्ययन वातावरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह पहल ग्रामीण शिक्षा में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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फरीदाबाद में अटल ई लाइब्रेरी की शुरुआत, ग्रामीण छात्रों के लिए नई उम्मीद

ग्रामीण छात्रों के लिए एक नई पहल

फरीदाबाद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पंचायत विभाग ने जिले के तीन खंडों में पांच गांवों में अटल ई लाइब्रेरी की स्थापना की है। इस निर्णय से गांवों के युवाओं को अब शहरों की ओर लंबा सफर तय करने की आवश्यकता नहीं होगी, और उन्हें अपने क्षेत्र में ही आधुनिक अध्ययन सुविधाएं प्राप्त होंगी।


अटल ई लाइब्रेरी का स्थान

यह डिजिटल लाइब्रेरी निम्नलिखित गांवों में स्थापित की गई है:



  • बल्लभगढ़ खंड के अटाली, अटेरना और नरियाला

  • तिगांव खंड का बुखारपुर

  • फरीदाबाद खंड का मांगर गांव


अब इन गांवों के छात्रों को सरकारी नौकरी, बैंक, रेलवे और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 15 से 20 किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ेगा। इससे न केवल यात्रा का खर्च बचेगा, बल्कि पढ़ाई के लिए अधिक समय भी मिलेगा।


उद्घाटन का अवसर

इन ई लाइब्रेरी का उद्घाटन भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जयंती, जिसे सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है, के अवसर पर किया गया। इस मौके पर खंड एवं विकास पंचायत अधिकारी आरती यादव ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि निरंतर मेहनत और सही संसाधन किसी भी छात्र को सफलता की ओर ले जाते हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल संसाधनों तक आसान पहुंच से ग्रामीण प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगी।


ई लाइब्रेरी की सुविधाएं

ई लाइब्रेरी में छात्रों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं:



  • ऑनलाइन और ऑफलाइन अध्ययन सामग्री

  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए डिजिटल कंटेंट

  • शांत और सुरक्षित अध्ययन वातावरण

  • इंटरनेट आधारित शैक्षणिक संसाधन


शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल लाइब्रेरी मॉडल ग्रामीण शिक्षा में अंतर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


युवाओं का उत्साह

गांवों में लाइब्रेरी खुलने से युवाओं में उत्साह देखा गया है। छात्रों का कहना है कि पहले मौसम चाहे जैसा हो, पढ़ाई के लिए शहर जाना मजबूरी थी। अब गांव में ही सुविधा मिलने से समय की बचत होगी और तैयारी पर बेहतर ध्यान केंद्रित किया जा सकेगा।


एक स्थानीय छात्र ने बताया कि इससे उन विद्यार्थियों को विशेष लाभ होगा जो आर्थिक कारणों से शहर जाकर पढ़ाई नहीं कर पाते थे।


महत्वपूर्ण पहल

ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा संसाधनों की कमी एक पुरानी चुनौती रही है। अटल ई लाइब्रेरी जैसी पहल:



  • ग्रामीण युवाओं को समान अवसर प्रदान करती है

  • डिजिटल डिवाइड को कम करती है

  • सरकारी नौकरियों की तैयारी को सुलभ बनाती है


सरकार के इस कदम को शिक्षा क्षेत्र में संतुलन लाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है।


भविष्य की योजनाएं

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, भविष्य में जिले के अन्य गांवों में भी इस तरह की ई लाइब्रेरी खोलने की योजना बनाई जा रही है। यदि यह मॉडल सफल रहता है, तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा सकता है।