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बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की मुश्किलें बढ़ीं, विरोध प्रदर्शन तेज

पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत न केवल देश के लिए, बल्कि वहां के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस क्षेत्र में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और हाल के दिनों में वायरल हुए वीडियो ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। बलूचिस्तान फ्रीडम फाइटर्स की हिम्मत ने पाकिस्तानी सेना को भागने पर मजबूर कर दिया है। अमेरिका की चिंता भी बढ़ रही है, क्योंकि बलूचिस्तान में प्राकृतिक संसाधनों को लेकर जंग छिड़ गई है। जानिए इस जंग के पीछे की सच्चाई और बलूचिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में।
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बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की मुश्किलें बढ़ीं, विरोध प्रदर्शन तेज

बलूचिस्तान में बढ़ते विरोध प्रदर्शन

पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत न केवल देश के लिए, बल्कि वहां के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस क्षेत्र में पाकिस्तान और उसकी सेना के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल के दिनों में कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए हैं, जिन्हें बलूचिस्तान के नेता मीर यार बलोच ने साझा किया है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार पाकिस्तानी सेना वहां से भाग रही है। रिपब्लिकन ऑफ बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना ने टैंक तैनात कर दिए हैं। बलूचिस्तान फ्रीडम फाइटर्स की हिम्मत देख आसिम मुनीर इतने परेशान हो गए हैं कि उन्होंने सेना को बलूचिस्तान में आजादी की चिंगारी को बुझाने के लिए भेजा। लेकिन इसके बाद पाकिस्तानी सैनिकों के साथ जो हुआ, उसे देखकर भारत खुश हो जाएगा। 


अमेरिका की चिंता

ये तस्वीरें अमेरिका को हिलाकर रख देंगी। आसिम मुनीर हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप को बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का लालच देकर आए हैं। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि जिस बलूचिस्तान में पाकिस्तान की सेना और चीन तक नहीं टिक पाए, वहां अमेरिका क्या कर सकता है। आसिम मुनीर ने अमेरिका से बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को आतंकी संगठन घोषित करवाने की कोशिश की है। लेकिन अब इसकी कीमत पाकिस्तान के सैनिकों को चुकानी पड़ रही है। बलूचों ने पाकिस्तानी सैनिकों की ऐसी हालत कर दी है कि वे कपड़े छोड़कर भाग रहे हैं। 


सैनिकों की माने तो

बलूच एक्टिविस्ट मीर यार बलोच का कहना है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के 6,000 से अधिक सैनिकों ने बलूचिस्तान में ड्यूटी करने से मना कर दिया है। ये सैनिक बलूचिस्तान से पोस्टिंग और ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं। इस स्थिति से घबराकर आसिम मुनीर ने बलूचिस्तान की सड़कों पर टैंक उतार दिए हैं। लेकिन इससे बलूचिस्तान में आजादी की लड़ाई और भी भड़क जाएगी। विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट और बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना पर भयंकर हमले शुरू कर दिए हैं। पिछले 9 महीनों में 200 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक बलूचों के हमलों में मारे गए हैं, जबकि असली आंकड़ा 500 से अधिक बताया जा रहा है। बलूचों के साथ-साथ पश्तून भी अब पाकिस्तानी सेना पर हमले कर रहे हैं। हाल ही में टीटीपी के लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना की गाड़ी को कब्जे में ले लिया और उसके सामने बैठकर चाय पीने लगे। 


रेयर अर्थ एलिमेंट की लड़ाई

दरअसल, 1990 के दशक में मिडिल ईस्ट में तेल को लेकर जो जंग शुरू हुई थी, वैसी ही जंग अब बलूचिस्तान में शुरू हो गई है। लेकिन इस बार लड़ाई तेल की नहीं, बल्कि रेयर अर्थ एलिमेंट की है। 20वीं शताब्दी तेल के नाम थी, लेकिन कहा जा रहा है कि 21वीं शताब्दी रेयर अर्थ मिनिरल्स के नाम होगी। बलूचिस्तान इस समय रेयर अर्थ एलिमेंट के भंडार पर बैठा है, जिसमें अमेरिका भी हिस्सा चाहता है।