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बलूचिस्तान में बीएलए का बढ़ता प्रभाव: पाकिस्तानी सेना की चुनौतियाँ

बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाते हुए सुराब और मुस्तांग पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। बीएलए की ताकत में वृद्धि और उनके पास मौजूद आधुनिक हथियारों के कारण पाकिस्तानी सेना की स्थिति कमजोर होती जा रही है। हाल ही में हुए हमलों में कई पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है। जानें इस संघर्ष के पीछे की कहानी और आगे की संभावनाएँ।
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बलूचिस्तान में बीएलए का बढ़ता प्रभाव: पाकिस्तानी सेना की चुनौतियाँ

बीएलए का नियंत्रण बढ़ता जा रहा है

बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तानी सेना को चुन-चुन कर निशाना बनाना शुरू कर दिया है। सुराब के बाद अब मुस्तांग पर भी बीएलए का नियंत्रण बढ़ता जा रहा है। इस स्थिति के कारण पाकिस्तानी सेना के लिए इन क्षेत्रों से पीछे हटना मुश्किल हो रहा है। हाल ही में, बीएलए ने सुराब के बाद क्वेटा से लगभग 45 किलोमीटर दूर मुस्तांग पर भी अपने कब्जे का दावा किया है। पिछले दो दिनों में, बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना पर हमले कर उन्हें खदेड़ दिया है और इन शहरों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब कोई भी बलूच लड़ाकों पर हावी हो रहा है।


बीएलए की ताकत और हथियार

बीएलए की सेना में लगभग दो हजार सदस्य हैं, जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मुस्तांग पर भी कब्जा कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बीएलए के पास अमेरिकी और रूसी निर्मित हथियार हैं, जिनमें से कई तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान से आए हैं। ये हथियार अमेरिकी सेना द्वारा छोड़े गए हैं। इसके अलावा, कई रिपोर्टों में कहा गया है कि बलूच लड़ाके इन हथियारों को ईरान और अफगानिस्तान के काले बाजारों से प्राप्त करते हैं।


पाकिस्तानी सेना पर हमले जारी

पाकिस्तानी सेना ने हाल ही में बताया कि बलूचिस्तान में हुए एक आतंकवादी हमले में सात सैनिक मारे गए हैं। सेना के अनुसार, बीएलए के आतंकवादियों ने कच्छी जिले के माच क्षेत्र में एक सुरक्षा बल के वाहन को आईईडी से निशाना बनाया। इस हमले के बाद, सेना ने इलाके में मौजूद आतंकवादियों को खत्म करने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है। हाल की कार्रवाई में केच और जियारत जिलों में कई आतंकवादी मारे गए हैं।