बहादुरगढ़ में थार चालक की बदतमीजी से हंगामा

बहादुरगढ़ में थार चालक की दादागिरी
बहादुरगढ़ समाचार: थार चालक की बदतमीजी से हंगामा: पुलिस से बहस और भागने की कोशिश, चालान के बाद मिली सलाह: बहादुरगढ़: हरियाणा के बहादुरगढ़ में झज्जर रोड पर एक युवक की दादागिरी ने सड़क पर हंगामा खड़ा कर दिया।
काले रंग की महिंद्रा थार चलाने वाले इस युवक ने यातायात पुलिस के साथ न केवल बदतमीजी की, बल्कि गाड़ी भगाकर नियमों की धज्जियां उड़ाने की कोशिश भी की। इस घटना ने न केवल ट्रैफिक को बाधित किया, बल्कि युवाओं में बढ़ती बेपरवाही और नियम तोड़ने की प्रवृत्ति पर भी सवाल उठाए। पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए चालक का चालान काटा और उसे नियमों का पालन करने की हिदायत दी।
यह घटना तब हुई जब झज्जर से बहादुरगढ़ की ओर आ रही एक काली थार को यातायात पुलिस के एसीपी दिनेश कुमार ने नूना माजरा के मंदिर के पास रोका। गाड़ी में एक युवक और दो युवतियां थीं, जिन्हें चालक ने अपनी बहनें बताया।
एसीपी ने ब्लैक फिल्म और सीट बेल्ट न लगाने का कारण पूछा तो चालक ने अहंकारी रवैया अपनाते हुए ऑनलाइन चालान की बात कही। जब पुलिस ने दस्तावेज मांगे, तो युवक ने दिल्ली के अधिकारियों से बात कराने की कोशिश की, लेकिन एसीपी ने साफ मना कर दिया। इसके बाद चालक गाड़ी लेकर भागने की कोशिश में जुट गया, जिसे पुलिस ने टाटा होम्स के पास रोक लिया।
गाड़ी रुकने के बाद भी चालक ने करीब आधे घंटे तक गाड़ी लॉक रखी और बाहर नहीं निकला। इस दौरान सड़क पर जाम लग गया और राहगीरों की भीड़ जमा हो गई।
थाने से महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया गया, जिसके बाद चालक बाहर आया। पुलिस ने ब्लैक फिल्म और सीट बेल्ट नियमों के उल्लंघन का चालान काटा और चालक को कड़ी नसीहत दी। मौके पर मौजूद लोगों ने युवाओं में धैर्य और अनुशासन की कमी पर चिंता जताई। यह घटना समाज में बढ़ती बेपरवाही और यातायात नियमों के प्रति उदासीनता को उजागर करती है, जिस पर गंभीर विचार की जरूरत है।